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मुद्राओं का परिचय
Introduction of postures
चि. ३९ Pic.39
१३. पृथ्वीकाय, अप्काय, तेउकाय की रक्षा करुन कहते हुए दायें पांव का पडिलेहण चरवले से करें (चि, ३९]. 13. Then perform the padilehana of right leg saying prthvikaya, apkaya, teukāya ki raksā karu: with caravala [Pic.39/१४. फिर वाउकाय, वनस्पति-काय, त्रसकाय की जयणा करूं कहते हुए बायें पांव का पडिलेहण चरवले से करें [चि. ४०]. 14. Then perform the padilehana of left leg saying vaukaya, vanaspatikāya, trasakāya ki raksā karu with caravala Pic. 40]. [सूचना :- पडिलेहण एवं चित्रों की विशेष जानकारी गुरु द्वारा प्राप्त करें] INOTE:-- Have specific knowledge of padilehana and pictures from the preceptor.]
अतिक्रमण सूत्र सह विवेचन - भाग-१.२
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Pratikramana Sutra With Explanation - Part - 1.2