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मुद्राओं का परिचय
Introduction of postures १०. फिर मुहपत्ति के दोनों किनारों को दोनों हाथ में पकड़कर, हुए बायीं तरफ करें [चि. ३४.३५.३६].
centre saying māyā salya, in right side saying छाती का पडिलेहण माया-शल्य कहते हुए बीचमें, नियाण- 10. Holding two corners of the muhapatti in both niyana salya, and in left side saying mithyatva शल्य कहते हुए दाहिनी तरफ एवं मिथ्यात्व-शल्य परिहरु कहते hands, perform the padilehana of chest in the salya pariharus (Pic. 34,35,36]. चि.३४ चि, ३५
चि. ३६ Pic.34 Pic.35
Pic.36
प्रतिक्रमण सूत्र सह विवेचन- भाग-१.२
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Pratikramana Sutra with Explanation - Part-1.2