________________
मुद्राओं का परिचय
Introduction of postures
तत्व करी सरहुं पद कहें [वि.२०].
४. मुहपत्ति को दाहिने हाथ की अंगुलियों के बीच पकड़कर, right hand. moving the muhapatti over from the Turning over the muhapatti to the other side third मुहपत्ति को बायें हाथ की हथेली पर से कोहनी की ओर ले palm towards elbow of left hand [without time again, performing the padilehana by sight, जाते हुए मुहपत्ति को हाथ पर स्पर्श कराये बिना सुदेव, touching muhapatti over the hand], say sudeva, say the phrase tattva kari saddhup (Pic. 20]. सुगुरु, सुधर्म आदरूं कहें [चि. २२].
suguru, sudhamma ādarus IPic. 22). २. फिर सम्यक्त्व-मोहनीय, मित्र-मोहनीय, मिथ्यात्व-मोहनीय 4.Holding muhapatti in between the fingers of परिहरूं कहते हुए मुहपत्ति के एक किनारे को हिलायें (चि. २०. चि.२१
चि, २२ 2. Then shake one corner of the muhapatti saying Pic. 21
Pic. 22 samyaktva-mohaniya, miśra-mohanlya, mithyātvamohaniya pariharus: [Pic. 20]. इसी तरह मुहपत्ति के दूसरे किनारे को हिलाते हुए काम-राग, स्नेहराग, दृष्टि राग, परिहरूं कहें [चि. २०]. Similarly say kāma-raga, sneha-raga, drsti-raga, pariharu shaking the other corner of the muhapatti [Pic. 20]. ३. फिर मुहपत्ति को बायें हाथ पर रखकर [चि. २१] -. 3. Then keeping the muhapatti on left hand IPic. 21]--
प्रतिक्रमण सूत्र सह विवेचन - भाग-१,२
Pratikramana Sutra With Explanation - Part - 1.2