________________
४. सामायिक लेने की विधि
विधि विभाग
जावंति चेइ, खमा... जावंत के वि, नमोर्हत्, स्तवन एवं जय वीराय सूत्र कहें.
[३] फिर खड़े होकर, अरिहंत चेइआणं सूत्र कहकर एक नवकार का काउस्सग्ग करके, काउस्सग्ग पारकर, नमोर्हत् कहकर, एक स्तुति
कहें.
१६
.
४. सामायिक लेने की विधि
[१] स्थापनाचार्यजी न हों तो, स्थापनाचार्यजी को स्थापित करने के लिये प्रथम ऊंचे आसन पर पुस्तकादि रत्न त्रयी का उपकरण रखकर कटासणा, मुहपत्ति, चरवला लेकर शुद्ध वस्त्र पहनकर स्थान का प्रमार्जन कर; कटासणे पर बैठ कर मुहपत्ति को बायें हाथ में मुख के सन्मुख रखकर एवं दायें हाथ को स्थापनाचार्यजी के सन्मुख रखकर [चि. नं. १] एक नवकार एवं पंचिंदिय सूत्र कहें. [२] फिर इरियावहियं प्रतिक्रमण करें.
प्रतिक्रमण सूत्र सह विवेचन भाग १
Jain Education International
[2] Then perform iriyāvahiyam pratikramana.
[३] फिर खमा ... इच्छा... सामायिक मुहपत्ति पडिलेहुं? इच्छं कहकर [3] Then saying khamā... icchā... sāmāyika muhapatti padilehug ? iccham perform the padilahena of the muhapatti [Pic. no. 20-40].
मुहपत्ति का पडिलेहण करें [चि. नं. २०-४०].
vidhi part
4. Procedure of taking the sāmāyika
nam, jāvanti-cei, khamā... jāvanta ke vi, namorhat, stavana and jaya viyarāya sutra.
[3] Then standing up, saying arihanta-ceiānam sūtra, performing the kaussagga of one navakāra, completing the kaussagga, saying namorhat, say a stuti.
16
4. Procedure of taking the sāmāyika
[1] If there are no sthāpanā cāryaji, to consecrate the sthāpanā-cāryaji, first keeping an article of three gems like book on a high place, taking kaṭāsaṇā, muhapatti, caravala; wearing washed cloths; cleaning the place, sitting on the kaṭāsaṇā; keeping the muhapatti in left hand before the mouth and right hand before the sthāpanācāryaji [Pic. no. 1], say one navakara and pañcindiya sūtra.
For Private & Personal Use Only
Pratikramana Sutra With Explanation - Part - 1
www.jainelibrary.org.