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प्रस्तावना
Preface प्रत्येक सूत्र पवित्र एवं अत्यंत गूढ रहस्यों से भरा हुआ है. इन सूत्रों | Haphorisms]. Hence each of its sutra is sacred and full of very deep secret का स्मरण मात्र भी पावनकारी है. प्रतिक्रमण की क्रिया के साथ ही अन्य | meaning. Even the remembrance of these sutras is also auspicious. Along with सभी आवश्यकों को भी कर लिया जाता है.
pratikramana itself all other āvaśyakas are also performed. __ प्रतिक्रमण की पावन क्रिया में सहायक बनने वाली पुस्तकें यद्यपि | Though books useful in this sacred rite of pratikramana are available in प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है; फिर भी वे पुस्तकें केवल गुजराती एवं हिन्दी plenty, they are useful only togujarati and hindi speaking people. This book is भाषी जनता को ही उपयोगी बन सकती हैं. भारत एवं विदेशों में रहने | prepared keeping in mind the majority of Jains residing in India and foreign वाले बह संख्यक जैन जो अंग्रेजी लिपि का ही ज्ञान रखते हैं, उनका | countries who have the knowledge of only English script. ध्यान रखते हुए यह पुस्तक तैयार की गयी है.
लिप्यंतरण के विषय में यह बताना उचित होगा कि अंग्रेजी वर्ण| twill be proper to say about transliteration that whena word of language like में नागरी लिपि की अपेक्षा अक्षरों की कमी के कारण और एक समान | prakrta, sanskrta etc. is written in English script, then the reader would उच्चारण न होने से, जब प्राकृत, संस्कृत आदि भाषा के किसी शब्द | pronunce it in various forms due to the shortage of letters in English alphabet| को अंग्रेजी में लिखा जाएगा तब पाठक उसका अलग-अलग रूप से | and ununiform pronunciation in comparison to nāgari script. For example if a उच्चारण करेगा. उदाहरण के रूप में, अगर पांडव शब्द को अंग्रेजी | word पांडव is written in English script, it will be written as pandava. But due to लिपि में लिखा जाए तो यह pandava के रूप में लिखा जाएगा. किन्तु | lackofcorrectknowledge, thereadermaypronunceitindifferent forms like पांदव, पाठक सही जानकारी के अभाव में इस शब्द का उच्चारण विभिन्न रूप | पंदाव, पंदवा, पंदावा, पांदवा, पांदावा, पांदाव, पंदव, पांडव ,पंडाव, पंडवा, पंडावा, पांडवा, पांडावा, से करेगा, जैसे कि पांदव, पंदाव, पंदवा, पंदावा, पांदवा, पांदावा, पांडाव, पंडव, पाडव, पाडव, पाण्डव, पान्डव, पाम्डव, पादव, पाञ्दव, पाण्दव, पान्दव, पाम्दव पांदाव, पंदव, पांडव ,पंडाव, पंडवा, पंडावा, पांडवा, पांडावा, पांडाव, | etc. |पंडव, पाडव, पाडव, पाण्डव, पान्डव, पाम्डव, पादव, पाञ्दव, प्रतिक्रमण सूत्र सह विवेचन - भाग - १
Pratikramana Sutra With Explanation - Part -1
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