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१०. सामाइय-यय-जुत्तो सूत्र
दस वचन के = बोलने से लगने वाले दश प्रकार के दोष
बारह काया के शरीर से होने वाले बारह प्रकार के दोष
इन बत्तीस दोषों में से इन बत्तीस दोषों में से
जो कोई दोष लगा हो जो कोई दोष लगा हो
=
सूत्र विभाग
२.
| सामायिक विधि से लिया, विधि से पूर्ण किया परन्तु विधि करते समय जो कोई अविधि हुई हो, मन-वचन-काया से मेरे वे सब दुष्कृत्य मिथ्या
प्रतिक्रमण सूत्र सह विवेचन भाग १
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गाथार्थ :
| जहाँ तक [ सामायिक व्रत धारी का ] मन सामायिक व्रत के नियम से युक्त है और जितनी बार सामायिक करता है, [ वहां तक और उतनी बार वह अशुभ कर्मों का नाश करता है..
2.
| सामायिक करने पर तो श्रावक श्रमण के समान होता है. इस लिये More over the śrāvaka will be like a śramana while performing the sāmāyika. सामायिक अनेक बार करना चाहिये. Therefore sāmāyika must be performed many times. ..... [I] have taken the sāmāyika according to procedure [I] have completed according to procedure, but while performing the procedure, which ever faults
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sūtra part
dasa = ten, mana ke = of thinking
dasa vacana ke = ten types of faults committed by speaking vacana ke = of speaking
bāraha kāyā ke = twelve types of faults committed by activities bāraha = twelve, kāyā ke = of activities
ina battisa doso me se = out of these thirty two faults
ina = these, battisa = thirty two, doso = faults, me se = out of jo koi doṣa laga ho= any of the faults committed
dosa = faults, lagā ho = committed
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10. sāmāiya-vaya-jutto sūtra
Stanzaic meaning :
As long as the mind [of the performer of sāmāyika] is in sāmāyika vow and performs sāmāyika as many times, [so long and so many times, he] destroys the evil karmas. ........
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