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________________ ८५ भगवान् छो भिक्षा ग्रहग डिये जिना ही पीछे झिरते हेअर यन्टनाला अश्रुपात हा वर्शन धनावह शेठ घरमें पांय हिव्य प्रगट होने ठा वार्शन यन्नाला हेयरित्र छा वार्यान अन्तिभ उपसर्गठा वार्शन भगवान् डे विहार छा वार्शन ८० भगवान् श प्रठार हे महास्वप्नहर्शन ठा वार्शन ाहि पांय समिति डे लक्षारा हा वार्यान भनोगुप्ति ठा वर्शन वयोगुप्ति ठा वार्शन ८४ छायगुप्ति ठा वर्शन भगवान् ही अवस्था छा वर्शन ८६ लगवान् ठा विहार छा वार्शन ८७ हश भहास्वप्न हर्शन छा वार्शन ८८ हश भहास्वप्न इलठा वर्शन भगवान् छो ठेवलज्ञानर्शन प्राप्ति ठा वार्शन ठेवलोत्पत्ति छा वार्यान १०१ यतुर्थआश्चर्य (अरछेरा ४) हा वार्शन ૧૦૨ आश्चर्थशष्ठ (अरछेरा १०)ठा वार्शन १०३ पावापुरी और वहां छा राणा वार्शन १०४ पावापुरी मे सोभित ब्राहमा छा यज्ञ ठा वार्शन १०५ भगवान् ठा सभवसरश और उनकी शोभा छावार्शन ૧૦૧ ૧૦૬ यज्ञ डे वाडे में उपस्थित नालागोठा वार्यान ૧૦૩ ૧૦૭ छन्द्रभूति प्रामाशा आत्मविषयसंशय छा निवाराश और उनष्ठीहीक्षाग्रहाशा वार्शन ૧૦૭ ૧૦૮ छन्द्रभूति हाहीक्षाग्रह और उनष्ठा संयभाराधन ठा वर्शन ૧૧૦ ૧૦૯ अग्निभूति भ्राह्माछा उर्भ विषय छा संशय निवाराश और उनठी हीक्षाग्रहाशा वर्शन १११ ૧૧૦ वायुभूति प्रामाराठा तडिवतरछरीर हे विषय में संशय डा निवाराश और उनीहीक्षाग्रहश वर्शन ૧૧૪ ૧૧૧ व्यस्त नाभप्रामारा छा पंयभूत अस्तित्व विषय संशय डा निवारा और उनष्ठी टीक्षाग्रहाा ा वर्शन ૧૧૬ ૧૧૨ सुधर्भा नाभप्राहमारा छा सभानलव विषयासंशय छा निवारा और उनठी हीक्षाग्रह हा वर्शन 00GMKRWWWGON १०० ११८ શ્રી કલ્પ સૂત્ર : ૦૨
SR No.006482
Book TitleKalpasutra Part 02 Sthanakvasi Gujarati
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1959
Total Pages166
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati, Agam, Canon, & agam_kalpsutra
File Size9 MB
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