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अनु.
विषय
पाना नं.
२८
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२७ पितशत्रू द्वारा ही गछ भगवान महावीर की स्तुति २८ अभिगभ डा वियार २८ सभवसरा डा और आनन्द गाथापति उ वियार
हा वर्शन उ० भगवान से धर्भध्था डा श्रवाश
धर्भऽथा
उ७
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उ१ लोडालोस्व३५ का वर्शन उ२ वा वाहिस्व३प का वर्शन 33 संवराहस्व३५ डा वर्शन उ४ नरहाहि स्व३प छा वर्शन उप प्रायाहिपाताहि स्व३प छा वर्शन उ६ रागादिस्व३प छा वर्शन उ७ भायाभूषाहिडेस्व३५ ला वर्शन उ८ सुयी हिडेस्व३प डा वर्शन 3८ यावाई भतवियार ४० निग्रंथ प्रवयन भहिमा छा वर्शन ४१ नराहि गतिप्रतिस्थान हा नि३परा ४२ नराहि गति स्व३प हा नि३पारा ४७ अगारधर्भ स्व३प छा वर्शन ४४ सामान्य अगार (गृहस्थ) धर्भ स्वप छा वर्शन ४५ विशेषागार (श्रावट) धर्मजा नि३पारा में छावाहिडे
स्वस्थ छावार्शन ४६ श्रावधर्भ नि३पारा में विस्व३प छा नि३पारा ४७ श्रावधर्भ निया में नयों छी प्र३पाशा ४८ श्रावधर्भ नि३प में स्याद्वाहटी प्र३पाया ४८ सप्तभंगी - सातभंगो ठा नि३पारा ५० हेवस्व३प छा वर्शन ५१ गु३ स्व३५ हा नि३पारा
धर्भ स्व३प में अहिंसाव्रत हा वर्शन 43 धर्भ स्व३प में सत्यव्रत का वर्शन ५४ धर्भध्था में अस्तेयव्रत छा वर्शन ५५ धर्भध्था में स्वधारसंतोषव्रत हा वायन ५६ धर्भध्था में उछापरिशाभवत छा वर्शन
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ઉપાસક દશાંગ સૂત્ર