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अनु.
विषय
पाना नं.
सत्रहवें शतछा पहला देशा
उ१ सग्रहवें शतडी देशार्थसंग्रह हरनेवाली गाथा उ२ हायी और भूतानन्द नाभ हस्तिरा डा वर्शन 33 तालझे द्रष्टांत द्वारा डायिध्याहि छ्यिा छा नि३पारा उ४ शरीर-छन्द्रिय और योगमें ज्यिाठा नि३पारा
૧૦૧ ૧૦૨ १०४
१०८
टूसरा अशा
૧ ૧૪
૧૧૭
उप ध हिमें स्थित व आहिडा नि३पारा उ६ शवों उजालपंडितधना आहिला नि३पारा उ७ शरीर मेवं छवडे भिन्नत्व हा नि३पारा उ८ व३धित्व और भइषित्व हा नि३पारा
૧૧૯
૧૨૪
तीसरा टेशा
૧૨૮
3८ छवों के मेलापन हा नि३पाश ४० मेषनाविशेष यसना डे स्व३प छा नि३पारा ४१ संवेग आहिधर्मो डा नि३पारा
૧૩૨
૧૩૬
यतुर्थ देशा
४२ प्रातिपात माहि ठ्यिा डा नि३पा ४३ आत्भत आहिजडे छाररायो छा नि३पारा
૧૩૮ ૧૪૪
पांयवां टैशा
४४ छशानेन्द्र डी वतव्यता
૧૪૬
छठा देशा
४५ सौधर्भाटि उत्पाठिो में पृथ्वीठाथि छावों ही उत्पत्ति
डा नि३पा
१४८
શ્રી ભગવતી સૂત્ર : ૧૨