________________
अनु.
श्री भगवतीसूत्र लाग प्रथम (श. १, G. १ - 4 ) डी
विषयानुप्रभशिडा
विषय
૧
भंगता थरएा
२
प्रथम उद्देशऽडी अवत
3 विमाहपन्नती शहा अर्थ
४ मंगलायरडी आवश्यता
4 जहाहि नर्भार वियार ६ पूर्वपश्वान्नमस्कार यर्या ७ ब्राह्मीलिपि नमस्कार वियार भगतायरगावश्यता यर्या ८ विषयाहि अनुजन्ध यतुष्टय यर्था घ्श उद्देशार्थ संग्रहगाथा का अर्थ
८
૧૦
૧૧
૧૨
૧૩
१४ श्री गौतमस्वामी डा वन
लावश्रुत नभस्डार
रामगृहनगर और शिरा वर्शन श्री महावीर स्वामी डावन
श्री गौतम स्वामी प्रा भतश्रद्धाहि विशेष प्रावर्शन
૧૫
१६ से (अथ) शहडी व्याज्या
१७
लहन्त शहडी व्याज्या
१८ यसभाको यलिये छत्याहि नवपहडी व्याज्या १८ गौतमस्वाभी ऐ नव प्रश्न डरने का प्रार नवों नानार्थानि
२०
२१ नानार्थाहि विषयमें यतुर्लडी
२२ प्रश्नसूत्रमें लडद्वय ग्रहशा वर्शन उत्पन्नपक्षस्य शहडी व्याज्या
२३
२४ यसभाको यलिये छत्याहि पहडी व्याज्या
२५ विगतपक्ष शहडी व्याज्या
૨૬
यसनच्छेनाहि प्रश्न ST STरए
२७ नैरथिडोंडी स्थिति जाहिडा प्रथन
२८ पूर्वाहत (पहले लियाहुआ आहार) आहि पूर्व
पूद्रललडोडा नि३पा
२८ पूर्वाहारिताहि द्वे युद्रलोंडा नि३पाएा
30 नारभवों से युद्रसह प्रा नि३पा
શ્રી ભગવતી સૂત્ર : ૧
पाना नं.
૧
१७
१८
૨૧
२२
२७
૨૯
30
૩૧
33
३४
૩૫
૩૫
४८
પર
૫૪
૫૪
पय
૩
૪
૬૫
६६
६६
६८
६८
७०
७२
७७
७८
७८