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________________ अनु. विषय पाना नं. ૨૧૪ ૨૨૧ ૨૨૩ २२४ ૨૨૫ ૨૨૭ ૨૨૯ २33 २३४ ૨૩૬ ૨૩૯ ૨૪૧ ૨૪૨ ૨૪૩ ૨૪૬ २४८ १४० वाग् (वाणी-वयन) योगष्ठा नि३पारा १४१ घानठे भेटोंठा ज्थन १४२ गति भेटोंडा नि३पारा १४3 Eश प्रहार भएऽ स्व३पठा ज्थन १४४ हश प्रष्ठारठे संज्यानठा नि३पारा १४५ श प्रष्ठारठे प्रत्याज्यानठा नि३पारा १४६ दृश प्रष्ठारठी साभायारीठा नि३पाया १४७ महावीर भगवानश महास्वप्नोंठा नि३पाया १४८ श भहास्वप्नठे इलठा नि३पारा १४८ सराग सभ्यण्टर्शनष्ठा नि३पारा १५० श प्रष्ठारठी संज्ञाओंठा नि३पारा १५१ नैरयिष्ठोष्ठी दुःजवेघनाठा नि३पारा १५२ अभूर्त अर्थठो डिन ही प्नतें है मेसा नि३पा १५3 डिनप्राशीत परोक्षार्थ प्रर्श श्रुतविशेषठा नि३पारा १५४ नारठाटिकवठे द्रव्यमेष्ठा नि३पारा १५५ भद्रष्ठभठारीठेठाराठा नि३पारा १५६ आशंसा योगठा नि३पा १५७ श प्रष्ठारठे धर्भठा नि३परा १५८ हश प्रष्ठारठे स्थविरोंष्ठा नि३पारा १५८ पुत्रठे भेटोंठा नि३पारा १६० हश प्रष्ठारने अनुत्तरष्ठा नि३पा १६१ भनुष्य क्षेत्राष्ठिा नि३पा १६२ हुएषभ सुषभाडे परिज्ञानछे प्रहारठा नि३पारा १६३ सुषभसुषभाछुछ विशेष ध्थन १६४ हश दुसरोंठे नाभठा नि३पारा १६५ श प्रठारठे वक्षस्टार पर्वतठा नि३पारा १६६ पठे स्व३पष्ठा नि३पा १६७ श प्रठार प्रतिभाछे स्व३पठा नि३पारा १६८ वठे भेष्ठा नि३पारा १६८ संसारी छवठेमवस्थाठा नि३पा १७० वनस्पतिष्ठी अवस्थाठा नि३पारा १७१ विधाघर श्रेशियोंछे विष्ठम्लभानछा नि३पारा ૨પ૨ ૨પ૩ ૨પપ ૨પપ ૨પ૭ ૨પ૮ ૨પ૯ ૨૬૦ ૨૬૧ ૨૬૧ ૨૬૨ ૨૬૩ ૨૬૫ ૨૬૬ ૨૬૯ ૨૬૯ શ્રી સ્થાનાંગ સૂત્ર : ૦૫
SR No.006413
Book TitleAgam 03 Ang 03 Sthanang Sutra Part 05 Sthanakvasi Gujarati
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1966
Total Pages300
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati, Agam, Canon, & agam_sthanang
File Size12 MB
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