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जैनाचार्य - जैनधर्मदिवाकर - पूज्यश्री - घासीलालजी - महाराज - विरचितया ज्ञानचन्द्रिकाख्यया - व्याख्यया समलङ्कृतं हिन्दी - गुर्जर - भाषाऽनुवादसहितम्
नन्दीसूत्रम्।
नियोजक :
संस्कृत - प्राकृतज्ञ - जैनागमनिष्णात - प्रियव्याख्यानि - पण्डितमुनि श्री कन्हैयालालजी -महाराजः
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प्रकाशकः
अहमदाबाद - सरसपुरवासि श्रेष्ठि- श्री भोगीलाल छगनलालभाई- भावसार - प्रदत्त - द्रव्य साहाय्येन
अ० भा० श्वे० स्था० जैनशास्त्रोद्धारसमितिप्रमुखः
श्रेष्ठि- श्री शान्तिलाल - मङ्गलदास भाई - महोदयः मु० राजकोट
प्रथम आवृत्ति प्रति १०००
वीर संवत् २४८४
विक्रम संवत्
२०१४
मूल्यम् - रू० १२-०-०
ईस्वीसन १९५८