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________________ कप्पइ णिग्गंथाण वा णिग्गंथीण वा खुड्डगं वा खुड्डियं वा साइरेगअहवासजाय उबट्ठावेत्तए वा संभुजित्तए वा ॥२०॥ नोकप्पइ णिग्गंथाण वा थिग्गंथीण वा खुड्डगस्स वा खुड्डियाए वा अव्वंजणजायस्स आयारकप्पे नाम अज्झयणे उदिसित्तए ॥२१॥ कप्पइ णिग्गंथाण वा णिग्गंथीण वा खुड्डगस्स वा खुड्डियाए वा वंजणजायस्स आयारकप्पे नामं अज्झयणे उदिसित्तए ॥२२॥ तिवासपरियायस्स समणस्स निग्गंथस्स कप्पइ आयारकप्पे नाम अज्ञयणे उद्दिसित्तए ॥२३॥ चउवासपरियायस्स समगस्स णिग्गंथस्स कप्पइ सूयगडे नाम अंगे उद्दिसित्तए॥२ पंचवासपरियायस्स समणस्स णिगंथस्स कप्पइ दसाकप्पववहारे उदिसित्तए ॥२५ अहवासपरियायस्स समणस्स णिग्गंथस्स कप्पइ ठाणसमवाया उद्दिसित्तए ॥२६॥ दसवासपरियायस्स समणस्स णिग्गंथस्स कप्पइ विवाहे नामं अंगे उद्दिसित्तए ॥२७ एकारसवासपरियायस्स समणस्स णिग्गंथस्स कप्पइ खड्डियाविमाणपविभत्ती महल्लियाविमाणपविभत्ती अंगचूलिया वंगचूलिया विवाहचूलिया नामं अज्झयणं उद्दिसित्तए । 'बारसवासपरियायस्स समणस्स णिग्गंथस्स कप्पइ अरुणोववाए गरुलोववाए वरुणोववाए धरणोववाए वेसमणोववाए वेलंधरोववाए नामं अज्झयणे उद्दिसित्तए ॥२९॥ तेरसवासपरियायस्स समणस्स णिग्गंथस्स कप्पइ उट्ठाणमुए समुट्ठाणसुए देवि. दोबवाए णागपरियावणिया नामं अज्झयणं उद्दिसित्तए ॥३०॥ चउद्दसवासपरियायस्स समणस्स णिग्गंथस्स कप्पइ सुमिणभावणा णामं अज्झयणं उद्दिसित्तए ॥३१॥ पन्नरसवासपरियायस्स समणस्स णिग्गंथस्स कप्पइ चारणभावणा णाम अज्झयणं उद्दिसित्तए ॥३२॥ ___सोलसवासपरियायस्स समणस्स णिग्गंथस्स कप्पइ तेयनिसग्गे नाम अज्झयणे उद्दिसित्तए ॥३३॥ ____सत्तरसवासपरियायस्स समणस्स णिग्गंथस्स कप्पइ आसीविसभावणा नाम अज्झयणे उदिसित्तए ॥३४॥ 'अट्ठारसवासपरियायस्स समणस्स णिग्गंथस्स कप्पइ दिद्विविसभावणा नाम अझयण उद्दिसित्तए ॥३५॥
SR No.006364
Book TitleAgam 26 Chhed 03 Vyavahara Sutra Sthanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1969
Total Pages346
LanguageSanskrit, Hindi, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_vyavahara
File Size40 MB
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