________________
प्रमेययोधिनी टीका पद ३ सू.३५ क्षेत्रानुसारेण पृथिवीकायिकाद्यल्पबहुत्वम् ३३७ ग्लोके विशेषाधिकाः, तिर्यग्लोके असंख्येयगुणाः, त्रैलोक्ये असंख्येयगुणाः, ऊर्चलोके असंख्येयगुणाः, अधोलोके विशेषाधिकाः, क्षेत्रानुपातेन सर्वस्तोकाः तेजः कायिकाः ऊर्ध्वलोकतिर्यग्लोके, अधोलोकतिर्यग्लोके विशेषाधिकाः, तिर्यग्लोके असंख्येयगुणाः, त्रैलोक्ये असंख्येयगुणाः, ऊर्ध्वलोके असंख्येयगुणाः, अधोलोके विशेषाधिकाः, क्षेत्रानुपातेन सर्वस्तोकाः तेजः कायिकाः अपर्याप्तकाः ऊर्ध्वलोक__ (खित्ताणुवाएणं) क्षेत्र के अनुसार (सव्वत्थोवा आउकाइया पज्जत्तया उडलोयतिरियलोए) सब से कम अप्कायिक पर्याप्त ऊर्यलोकतिर्यग्लोक में हैं (अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया) अधोलोकतिर्य ग्लोक में विशेषाधिक हैं (तिरियलोए असंखेज्जगुणा) तिर्यग्लोक में असंख्यातगुणा हैं (तेलोक्के असंखिज्जगुणा) त्रैलोक्य में असंख्यातगुणा हैं (उद्दलोए असंखेज्जगुणा) ऊर्ध्वलोक में असंख्यातगुणा हैं (अहोलोए विसेसाहिया) अधोलोक में विशेषाधिक हैं। __ (खेत्ताणुचाएणं) क्षेत्र के अनुसार (सव्यत्थोबा तेउकाइया उद्दलोयतिरियलोए) सब से कम तेजाकायिक ऊर्ध्वलोक-तिर्यग्लोक में हैं (अहोलोयतिरियलोए विसेसाहिया) अधोलोक-तिर्य ग्लोक में विशेषाधिक हैं (तिरियलोए असंखिज्जगुणा) तिर्य ग्लोक में असंख्यातगुणा हैं (तेलोक्के असंखिज्जगुणा) त्रैलोक्य में असंख्यातगुणा हैं
(खेत्ताणुवाएणं) क्षेत्रमनुसा२ (सब्वत्थोवा आउकाइया पज्जत्त्या उड्ढलोय लोयतिरियलोए) सोछ। २५१.43 पति पदो-तिय सभा छ. (अहोलोय तिरियलोए विसेसाहिया) अघोसा तियोमा विशेषाधि छे. (तिरियलोए असं खेज्जगुणा) तिसभ असण्यात गा छे. (अहोलोए विसेसाहिया) અલકમાં વિશેષાધિક છે.
(खेत्ताणुयाएण) क्षेत्रनी अनुसार (सव्वत्थोवा तेउकाइया उडढलोयतिरियलोए) सौथी छ। ते ४५४ Max-
तिम छ. (अहोलोए तिरियलोए विसेसाहिया) मधासार तिय सभा विशेषाधित छ. (तिरियलोए असंखेज्जगुणा) तियोमा २१सध्यात छ. (तेलोक्के असंखेज्जगुणा) त्रैमा असभ्यात छ. (उढलोए असंखेन्ज गुणा) मा मध्यात गए। छे. (अहोलोए विसेसाहिया) २५पासोमा विशेषाधि४ छ.
(खेत्ताणुवाएणं) क्षेत्रमा प्रमाणे (सव्वस्थोवा तेउकाइया अपज्जत्तया उड्ढलोय. तिरियलो०) सौथी मछ। २५५र्यात ते४२४२४ वस-तियोमा छे. (अहो. लोए तिरियलोए विसेसाहिया) 24घोडो तियोमा विशेषाधि४ छ. (तिरियलोए असंखेज्जगुणा) तियमा २सध्यातरा छ. (उड्ढलोए असखेज्जगुणा) 34
प्र० ३४
શ્રી પ્રજ્ઞાપના સૂત્ર : ૨