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प्रमेयबोधिनी टीका पद ३ सू. ३० क्षेत्रानुसारेणनैरयिकाद्यल्पबहुत्वम् स्तोकाः मनुष्यास्त्रैलोक्ये, ऊर्ध्वलोकतिर्यग्लोके असंख्येयपुणाः, अधोलोकतिfroth संख्येयगुणाः ऊर्ध्वलोके संख्येयगुणाः, अघोलोके संख्येयगुणाः, तिर्यग्लोके संख्येयगुणाः, क्षेत्रानुपातेन सर्वस्तोकाः मनुष्या स्त्रैलोक्ये, ऊर्ध्वलोकतिर्यग्लोके संख्येयगुणाः, अपोलोकतिर्यग्लोके संख्येयगुणाः, ऊर्ध्वलोके संख्येयगुणाः, अधोलोके संख्येयगुणाः, तिर्यग्लोके संख्येयगुणाः, क्षेत्रानुपातेन सर्वसंख्यातगुणी हैं । (अहोलोए संखेजगुणाओ) अधोलोक में संख्यात गुणी हैं (तिरियलोए संखेज्जगुणाओ ) तिर्यक्लोक में संख्यातगुणी है ।
(खेत्ताणुवारण) क्षेत्र के अनुसार (सव्वत्थोवा मणुस्सा तेलोक्के) सब से कम मनुष्य त्रैलोक्य में हैं ( उडलोयतिरियलोए असंखेज्जगुण) ऊर्ध्वलोक - तिर्यक्लोक में असंख्यात गुणा हैं । (अहोलोयतिरियलोए संखेज्जगुणा ) अधोलोक - तिर्यक्लोक में संख्यातगुणा हैं (उड्डूलोए संखेज्जगुणा ) ऊर्ध्वलोक में संख्यात गुणा (अहोलोए संखेज्जगुणा) अधोलोक में संख्यातगुणा (तिरियलोए संखेज्जगुणा ) तिर्यक्रलोक में संख्यातगुणा हैं । (खेत्ताणुवाएणं) क्षेत्र के अनुसार (सव्वत्थोवा मणुस्सीओ तेलोक्के) सबसे कम मनुष्यनी त्रैलोक्य में हैं (उडूलो यतिरियलोए संखेज्जगुणाओ ) ऊर्ध्वलोक तिर्यक्लोक में संख्यातगुनी है (अहोलोयतिरियलोए संखेज्जगुणाओ) अधोलोक - तिर्यक्लोक में संख्यातगुणी (उडलोए संखेज्जगुणाओ ) ऊर्ध्वलोक में संख्यातगुणी ( अहोलोए संखेज्जगुणाओ) अधोलोक में संख्यातगुणी (तिरियलोए संखेज्जगुणाओ) मधोसोभां संख्याती छे (तिरियलोए संखेज्जगुणाओ ) તિક લેાકમાં સંખ્યાતગણી છે.
(खेत्ताणुवाएणं) क्षेत्रना अनुसार (सव्वत्थोवा मणुस्सा तेलोक्के) मधाथी शोछा मनुष्य त्रैोभां छे ( उडूढलोयतिरियलोए असंखेज्जगुणा ) अर्ध्या तिर्यसमां असण्यात गणा छे ( अहोलोयतिरियलोए संखेज्जगुणा ) अधोलो तिर्यलोभां सौंच्यातगा छे ( उड्ढलोए संखेज्जगुणा) अवामां सध्यातगा ( अहोलोए संखेज्जगुणा ) अधोमां संध्याता ( तिरियलोर संखेज्जगुणाओ) તિયકલોકમાં સંખ્યાતગણા છે.
(खेत्ताणुवारणं) क्षेत्रना अनुसार (सव्वत्थोवा मणुस्सीओ तेलोक्के) मधाथी मोछी भानुषीणी त्रैसेोऽयमां छे (उड्ढलोय तिरियलोए संखेज्जगुणाओ) अ सो! तिय साम्भां सभ्याताणी ( अहोलोए तिरियलोए संखेज्जगुणोओ) अधोसो तिर्यउलोङमां सभ्यातगी ( उड्ढलोय संखेज्जगुणाओ) अर्धसो मां संज्यातगणी (अहोलोए संखेज्जगुणाओ) अधोलोभां सख्याती छे. तिरियलोए संखे
શ્રી પ્રજ્ઞાપના સૂત્ર :૨