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________________ सुबोधिनी टीका सु. १२३ सूर्याभदेवस्य पूर्वभवजीवप्रदेशोराजवर्णनम् १३३ पडिलाभेइ अट्ठाई जाव पुच्छइ, एएण वि० (४) जत्थ वि य णं समजेण वा० अभिसमागच्छइ तत्थवि य णं णो हत्थेण वा जाव आवरेत्ता चिठेइ, एएणवि ठाणेणे चित्ता ! जाव केवलिपन्नत धम्मं लभइ सवणयाए । तुज्झं च णं चित्ता ! पएसी राया आरामगयं वा तंचेव संवं भाणियव्व आइल्लएणं गमएणं ज'व अप्पाणं आवरेत्ता चिटइ त कह ण चित्ता! पएसिस्स रन्नो धम्नमाइक्खिस्तामो? ॥सू०१२३॥ छाया-ततः खलु केशीकुमारश्रमणः चित्र मारथिम् एवमवादीत्-एवं खल चतुर्भिः स्थानः चित्र ! जीवः केवलिप्रज्ञप्त धर्म नो लमते श्रवणतायें, तद्यथा(१) आरामगत वा उद्यानगत वा श्रमण वो माहन वा नो अभिगच्छति, नो वन्दते. नो नमस्यति, नो सत्करोति, नो सम्मान यति. नो कल्याण मङ्गल दैवत चैत्य पर्युपास्ते. अर्थान हेतून प्रश्नान कारणानि पाकरणानि पृच्छति 'तए ण से केसीकुमारसमणे' इत्यादि। सूत्रार्थ-(तए णं से) इसके बाद (केसीकुमारसमणे) केशीकुमारश्रमणने (चित्त सारहिं) चित्र सारथि से (एवं क्यासी) ऐसा कहा-(एवं खलु चर्हि ठाणेहि चित्ता! जीवे केवलिपन्न धम्मं नो लभेजा सवणयाए) हे चित्र ! जीव चार कारणों से केवलिप्राप्त धर्म को सुन नहीं सकता है। (तं जहाआरामगयं वा उजाणगय वा, समणं वा णो अभिगच्छइ, णो वंदइ, जो णमंसह, णो सकारेइ, णो सम्माणेड, कल्लाणं मंगलं देवयं चेइय पज्जुबासेइ) जैसे-आराम में आये हुए या उद्यान में आये हुए श्रमण के वा माहण के 'तए ण से केसीकुमारसमणे' इत्यादि। सूत्रार्थ:-(त एण) त्या२ पछी (केसीकुमारसमणे) शोभा२प्रमाणे चित्त सारहि) यिसाथिने (एवं वयासी) मा प्रमाणे ४ह्यु. (एव खलु चाहिं ठाणेहिं चित्ता ! जीवे के वलिपन्नत्त धम्म नो लभेज्जा सवणयाए) 3यित्र ! 4 या२ ॥२॥ो सीधे ही प्रत धर्म श्रम ४N Asो नथी. (त' जहाआरामगय वा उज्जाणगय वा, समणं वा माहणं वा णो अभिगच्छइ, णो वंदइ, णो णमंसइ, णो सक्कारेइ, गो सम्माणेइ, णो कल्लाणं मंगल देवयं चेश्य पज्जुवासइ) भ माराममा पधारेसा में धानमा ५याला अभय , भहानी શ્રી રાજપ્રશ્રીય સૂત્ર: ૦૨
SR No.006342
Book TitleAgam 13 Upang 02 Rajprashniya Sutra Part 02 Sthanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1966
Total Pages489
LanguageSanskrit, Hindi, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_rajprashniya
File Size27 MB
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