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________________ प्रमेयचन्द्रिका टीका श०२१ व.५ पर्वकवनस्पतिजीवानामुत्पादादिनि० २६५ ॥ अथ पञ्चमो वर्गः प्रारभ्यते ॥ चतुधवर्गे वंशादिवनस्पतिजीवानामुत्पादादिकं निरूप्य सम्मति पर्वकवनस्पति जातीयेक्षादिवनस्पतिजीवानाम् उत्पादादिकं दर्शयितुं पञ्चमं वगै प्रस्तौति-'अह. भंते ! इक्खु' इत्यादि। मूत्रम्-अह भंते ! इक्खु-इक्वुवाडिया-वीरणा-इकड-भमास सुंठिसरवेत्ततिमिरसतमोरगनलाणं, एएसि णं जे जीवा मूलत्ताए वक्कमंति ते णं जीवा कओहितो उववज्जंति एवं जहेव वंसवग्गो तहेव एत्थ वि मूलादीया दस उद्देसगा, नवरं खंधुद्देसे देवो उववज्जइ चत्तारि लेस्प्ताओ सेसं तं चेव ॥सू०१॥ ॥एकवीसइमे सए पंचमो वग्गो समत्तो॥ छाया-इक्षु-इक्षुवाटिका-चीरण इक्कड भमास-सुण्ठी, शर, वेत्र तिमिर शतपर्वकनलानाम् एतेषां खलु ये जीवाः मूलतया अवक्रामन्ति ते खलु जीवाः कुत आगत्योत्पद्यन्ते एवं यथैव वंशवर्गस्तथैवात्रापि मूलादिका दशोद्देशकाः, नवरं स्कन्धोद्देशे देव उत्पद्यते चतस्रो लेश्याः शेषं तदेव ॥सू०१॥ ॥एकविंशतितमशतके पश्चमो वर्गः समाप्तः ॥ ___टीका---'क्षुत आरभ्य नळपर्यन्तानां पर्वकरनस्पतिविशेषाणाम्, 'एएसिणं जे जीवा' एतेषाम् इक्षोरारभ्य नलान्तवनस्पतिविशेषाणाम् खलु ये जीना पांचवें वर्ग का प्रारंभ पंचमवर्ग--चतुर्थवर्ग में वंश आदि वनस्पतियों में जीवों के उत्पाद आदि का निरूपण करके अब ये पर्वक वनस्पति के जो ईक्षु आदि वनस्पति हैं उनके जीवों के उत्पादक आदि को दिखाने के लिये पंचम वर्ग का कथन करते हैं इसका अह भंते इक्खु' इत्यादि प्रथम सूत्र है 'अह भंते । इक्खु, इक्खुवाडिया' इत्यादि टीकार्थ--गौतमस्वामी प्रभु से ऐसा पूछ रहे हैं 'मह भंते ! इक्खु 1 પાંચમા વર્ગને પ્રારંભ ચોથા વર્ગમાં વાંસ વગેરે વનસ્પતિમાં જીવેના ઉત્પાત વિગેરેનું નિરૂપણ કરીને હવે પર્વની વનસ્પતિ જાતીના જે ઈ-સેલડી વગેરે વનસ્પ. તિઓ છે, તેના જીના ઉત્પાત વિગેરે બતાવવા માટે પાંચમા વગરનું કથન ४२वामा मावे छे. तेनु प सूत्रमा प्रभार छे.-'अह भंते । इक्खु त्या -गौतमस्वामी प्रभुने से पूछे छे है-अह भंते । इक्खु इक्खु. भ० ३४ શ્રી ભગવતી સૂત્ર: ૧૪
SR No.006328
Book TitleAgam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Part 14 Sthanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1970
Total Pages671
LanguageSanskrit, Hindi, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size40 MB
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