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प्रमैयचन्द्रिका टीका श० १५ उ० १ सू० १९ रेवतीदानसमीक्षा
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॥प्रज्ञापना॥ १३ पुत्तं जीव-पुत्रजीव-पुत्र का जोव, वनस्पति विशेष (पतौझिया)
इति भाषा १४ णाग-नाग-सर्प, हाथी, नाग वृक्षविशेष, १५ विल्की-बिडाली-बिल्ली, वनस्पतिविशेष, १६ एरावण-ऐरावत-हाथी, वनस्पति नाम, १७ वागली-बगली-पक्षिविशेष, वनस्पतिविशेष, १८ विराली-बिडाली-बिल्ली, वनस्पतिविशेष, १९ गोवाली-गोपी-ग्वालिन, वनस्पतिविशेष, २० कागली-काकी, कौविन, वनस्पतिविशेष,
प्रज्ञापना। (१३) पुत्तंजीव-पुत्रजीव-पुत्र का जीव, वनस्पतिविशेष (पित्तौशिया)
भाषा में। (१४) णाग-नाग-सर्प, हाथी, नागवृक्षविशेष । (१५) बिल्ली-बिडाली-बिल्ली, बनस्पतिविशेष । (१६) एरावण-ऐरावत-हाथी, वनस्पतिनाम । (१७) बागली-गली-पक्षिविशेष, वनस्पतिविशेष । (१८) विराली-बिडाली-बिल्ली, वनस्पतिविशेष । (१९) गोवाली-गोपी--ग्वालिन, वनस्पतिविशेष । (२०) कागली-काकी-कोविन, वनस्पतिविशेष ।
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प्रज्ञापना (23) पुत्तं जीव-पुत्र -पुत्र , वनस्पतिविशेष (पित्तोनिया) (१४) णाग-ना-सप, हाथी, नागवृक्षविशेष (१५) बिल्ली-मिausa, नस्पतिविशेष (१६) एरावण-मरावत-हाथी, वनस्पतिनुं नाम (१७) बागली-सी (पक्षिविशेष), वनपतिनु नाम (१८) विराली-मिसा, पनस्पतिनु नाम (१८) गोवाली-गोवा, वनस्पतिविशेष (२०) कागली-111, ५तिविशेष
શ્રી ભગવતી સૂત્ર: ૧૧