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प्रमेयचन्द्रिका टीका श० १२० ४ सू० १ परमाणुपुद्गलनिरूपणम् दुहावि तहावि जाव दसहावि संखिज्जहा असंखिज्जहा अणंतहा विकज्जइ । दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणुपोगले एगयओ अणतपएसिए खंधे जाव अहवा दो अनंतपएसिया खंधा भवंति । तिहा कज्जमाणे एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एओ अनंतपए सिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ परमाणुपोगले, एगयओ दुप्पएसिए खंधे, एगयओ अणतपए लिए खंधे भवइ, जाव अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ असंखेज्जपएसिए खंधे, एगयओ अणतपए लिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दो अनंतपएसिया खंधा भवंति, अहवा एगयओ दुप्पपसिए खंधे एगयओ दो अनंतएसिया खंधां भवंति एवं जाव अहवा एगयओ दसपएसिए एगयओ दो अनंत एसिया खंधा भवंति, अहवा एगयओ संखेज्जप एसिए खंधे, एगयओ दो अनंतपएसिया खंधा भवति, अहवा एगयओ असं खेज्जपए सिए खंधे, एगयओ दो अनंतपरसिया खंधा भवंति अहवा तिन्नि अनंतपएसिया खंधा भवति । चउहा कज्ञमाणे एगयओ तिन्नि परमाणुपोग्गला, एगयओ अणतपएसिए खंधे भवइ, एवं चउक्कसंजोगो जाव असंखेज्जसंजोगो, एए सव्वे जहेव असंखेज्जाणं भाणिया तहेव अणताणवि भाणिवा, नवरं एवं अनंतगं अमहियं भणियव्वं जाव अहवा एगयओ संखेज्जासंखिज्जपएसिया खंधा, एगओ अनंत एसिया खंधा भवति, अहवा एगयओ संखे.
શ્રી ભગવતી સૂત્ર : ૧૦