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प्रमेयचन्द्रिका टीका श० १२ ३०४ सू० १ परमाणुपुद्गलनिरूपणम् १३ सिए खंधे एगयओ तिन्नि संखेजपएसिया भवंति, अहवा चत्तारि संखेज्जपएसिया भवंति। एवं एएणं कमेणं पंचग संजोगो वि भाणियबो जाव नवगसंजोगो। दसहा कज्जमाणे एगयओ नव परमाणुपोग्गला, एगयओ संखेज्जपएसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ अट्र परमाणुपोग्गला, एगयओ दुप्पएसिए खंधे, एगयओ संखेजप्पएलिए खंधे भवइ। एएणं कमेणं एकको पूरेयवो जाव अहवा एगयओ दसपएसिए खंधे, एगयओ नत्र संखेजपएसिए खंधा भवंति, अहवा दस संखेजपएसिया खंधा भवति। संखेज्जहा कज्जमाणे संखेज्जा परमाणुपोग्गला, भवंति । असंखेज्जा भंते ! परमाणुपोग्गला, एगयओ साहण्णति, एगयओसाहण्णिता कि भवइ ? गोयमा ! असंखेजपएसिएखंधे भवइ, से भिज्जमाणे दुहावि जाव दसहा वि संखेज्जहा वि,असंखेज्जहा वि कज्जइ । दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयो असंखेज्जपए सिए खंधे भवइ, जाव अहवाएगयओ दसपएसिए खंधे, एगयओ असंखिज्जपएसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओसंखेजपएसिए खंधे,एगयओ, असंखेज्जपएसिए खंधे भवइ, अहवा दो असंखेन्जपएसिया खंधा भवंति। तिहाकज्जमाणे एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ असंखेज्ज. पएसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ दुप्पएसिए खंधे, एगयओ असंखेज्जपएसिए खंधे, भवइ, जाव, अहवा एगयओ परमाणुपोग्गल, एगयओ दसपएसिए खंधे,
શ્રી ભગવતી સૂત્ર : ૧૦