________________
५९०
भगवतीले अष्टौ पानीयधारिणी:-जलपाययित्रीः, 'अट्ठ बलिकारीओ, अट्ट सेज्जाकारीओं' अष्टौ बलिकारिणीः, वायसदिभ्योऽन्नदात्री, अष्टौ शय्याकारिणीः 'अट्ठ अभितरियानो पडिहारीओ' अष्टौ आभ्यन्तरिकी:-प्रतिहारिकाः, 'अट्ट बाहिरियानो पडिहारीभो' अष्टौ बायाः बहिर्वर्तिनीः प्रतिहारिकाः, 'अट्ट मालाकारीओ, अट्ठ पेसणकारीभो' अष्टौ मालाकारिणीः, अष्टौ गोधूमादिपेषणकारिणीः एतानि सर्वाणि वस्तूनि महाबलाय विवाहप्रसङ्गे दत्तः तथा 'अन्नं वा, सुबहु हिरन्नं वा, मुवणं स्थित ढंग से रखने वाली दासियां दीं, और आठ पानी की सुन्दर व्ययस्था करके उसे साफ स्वच्छदशा में रखने वाली एवं पानी पिलाने वाली दासियां दी. अट्ट पलिकारीओ अट्ट सेज्जाकारीओ' आठ वायस-काक आदिकों के लिये अन्न का विभाग करके देने वाली दासियां दी, और आठ विस्तरों को बिछाना और उन्हें बाद में उठा कर व्यवस्थित रंग से रखना इस काम में निपुण दासियां दी, 'अट्ठ अभितरियाओ पडिहारीओ, अट्ट बाहिरियाओ पडिहारीआ' आठ ऐसी दासियां दी, जो अतःपुर के भीतर प्रतिहारिणी का काम करने में निपुण थीं और, आठ ऐसी दासियां दी जो अन्तःपुर के बाहिर में प्रतिहारिणी का काम करने में निपुण थीं ' अट्ठ मालाकारीओ, अट्ठ पेसणकारीओ'आठ दासियां ऐसी दी, जो माला गूथने में निष्णात थी, और आठ दासीयां ऐसी दी जो गेहुँ आदि को पीसकर उसका शुद्ध आटा तैयार करती थीं-ये सब वस्तुएँ महाबल के विवाह प्रसंग पर दी गई। तथा-'अन्नं ध्यान रामनार तथा पाणी पिशवनारी मा हासीमा हीधी. “अझ बलिकारीओ, अट्ट सेज्जाकारीओ" वायस-४१५७. माहिन भाट मन्ना भाविभाग કરવા રૂપ બલિકર્મ કરનારી આઠ દાસીઓ દીધી અને શય્યાને વ્યવસ્થિત રીતે બિછાવનારી અને તેને ઉપાડી લઈને વ્યવસ્થિત રીતે મૂકી રાખવાના भिमा निपुर मेवी मावासीयाहीधी. " अट्टै अभितरियाओ पडिहारीमो. अट्ट बाहिरियाओ पडिहारीओ" त:पुरनी ४२ प्रतिहार त म કરવામાં નિપુણ એવી આઠ દાસીએ દીધી અને અંતઃપુરની બહાર પ્રતિહાPिe तरी ४ ४२वामा निपु मेवी Ad सीधी . “ अडे मालाकारीओ, अट्ट पेसणकारीओ" भाग पाना आममा निपुण थेवी मा દાસીઓ દધી અને ઘઉં આદિને દળીને લેટ બનાવવાના કામમાં નિપુણે એવી આઠ દાસીએ દીધી. ઉપયુક્ત બધી વસ્તુઓ મહાબલ કુમારના વિવાહ असणे मस तथा तन मेट भा५पामा मावी. तथा “ अन्नं वा सुबह
શ્રી ભગવતી સૂત્ર : ૯