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________________ प्रमेयचन्द्रिका टीका श. ८ उ. ४ मृ. १ कायिक्यादिक्रिया निरूपणम् कायिकयादि वक्तव्यता मूलम् - रायगिहे जाव एवं वयासी-कइ णं भंते! किरियाओ पण्णत्ताओ ? गोयमा ! पंच किरियाओ पण्णत्ताओतंजा - काइया, अहिगरणिया, एवं किरियापयं निरवसेसं भाणियन्वं जाव मायावत्तियाओ किरियाओ विसेसाहियाओ । सेवं भंते ! सेवं भंते! ति ॥ सू० १ ॥ छाया - राजगृहे यावत - एवम् अवादीत् कति खलु भदन्त ! क्रियाः प्रज्ञप्ताः ? गौतम ! पञ्चक्रिया प्रज्ञप्ताः, तद्यथा-- कायिकी, अधिकरणिकी, एवं क्रियापदं निरवशेषं भणितव्यम् यावत् - मायाप्रत्ययिक्यः क्रियाः विशेषाधिकाः, तदेवं भदन्त ! तदेवं भदन्त । इति ।। सू० ९ ॥ कायिकी आदि वक्तव्यता 'रायगिहे जाव एवं वयासी' इत्यादि सूत्रार्थ - (राहे जाव एवं वयासी) राजगृहनगर में यावत् गौतमने ऐसा पूछा - ( क णं भंते ! किरियाओ पण्णत्ताओ) हे भदन्त ! क्रियाएँ कितने प्रकारकी कही गई है ? (गोयमा) हे गौतम! (पंच किरियाओ पण्णत्ताओ ) क्रियाएँ पांच कही गई हैं (तंजहा) जो इस प्रकार से हैं । (काइया, अहिगरणिया, एवं किरियापदं निरवसेसं भाणियनं० जाव मायावतिया किरियाओ विसेसाहियाओ) कायिकी, आधिकरणिकीइस प्रकार यहां पर प्रज्ञापना सूत्रका क्रियापद् यावत् मायाप्रत्ययिकी क्रिया विशेषाधिक है यहां तक कहना चाहिये । ( सेवं भंते ! सेवं કાયકી આદિ ક્રિયાનું વિવેચન रायगिहे जाव एवं वयासी' प्रत्याह f ५७१ सुत्राथ - ( रायगिहे जाव एवं ववासी) गृह नगरमा प्रभु यधार्या ', आ કથનથી શરૂ કરીને ગૌતમે પ્રભુને આ પ્રમાણે પૂછ્યું, ત્યાં સુધીનું સમસ્ત કથન महीं थडालु ४२वु. ( कइणं भंते ! किरियाओ पण्णत्ताओ ? ) हे लहन्त । डियामा हैटसा अारनी उही छे ? ( गोयमा ) हे गौतम! ( पंच किरियाओ पण्णत्ताओ ) प्रिया यांय अारनी ही छे. (तं जहा) ते पांच अहारी नीचे प्रमाणे - (काइया, अहिणरणिया, एवं किरियापदं निरवसेसं भाणियन्नं जाव मायावत्तियाओ किरियाओ विसेसाहियाओ ) 'अय, अधिउरली ', आ थनथी श३ पुरीने માયાપ્રત્યયિકી ક્રિયા વિશેષાધિક હાય છે ત્યાં સુધીનું પ્રજ્ઞાપના સૂત્રના ક્રિયાપદનું , શ્રી ભગવતી સૂત્ર : ૬ "
SR No.006320
Book TitleAgam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Part 06 Sthanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1964
Total Pages823
LanguageSanskrit, Hindi, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size46 MB
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