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इतवारी बाजार
नागपुर ता. १९ - १२-५६
प्रखर विद्वान् जैनाचार्य मुनिराज श्री घासीलालजी महाराजद्वारा जो आगमोद्वारा हुआ और हो रहा है सचमुच महाराज श्री का यह स्तुत्य कार्य है । हमने प्रचारकजी के द्वारा नौ सूत्रोंका सेट देखा और कइ मार्मिक स्थलोंको पढा, पढ कर विद्वान मुनिराजश्री की शुद्ध श्रद्धा तथा लेखनीके प्रति हार्दिक प्रसन्नता फूट पडी ।
શ્રી આચારાંગ સૂત્ર ઃ ૧
वास्तवमें मुनिराज श्री जैन समाज पर ही नहीं इतर समाज पर भी गहरा उपकार कर रहे हैं। ज्ञान किसी एक समाज का नहीं होता वह सभी समाज की अनमोल निधि है जिसे कठिन परिश्रम से तैयार कर जनता के सम्मुख रखा जा रहा है, जिसका एक एक सेट हर शहर गांव और घर घर में होना आवश्यक है ।
साहित्यरत्न मोहनमुनि सोहनमुनि जैन