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नागज सांरिया आया बागा रे मांये जी। बागवान माली ने पूछियो, कोणाजी रो कहीजे आ बागोजी ।३१।। मारे बच्छराजा रोकहीजे बागोजी बागासु फेर पधारिया द्वारोजी,उठासु नागज सांचरिया आया है। पिणपटरे ऊपर जी ॥३२॥ पिणगट पणियारियांने पूछियो कीणाजी रो कहीजे आ पिणगटजी, मारे वच्छ राजा रे कहीजे पिणगटसु फेर पधारिया द्वारोजी ॥३३॥ उठासु नागज सांचरिया आया है डोढियारे मायो जी, डोढिया में दरजी सी रह्या कोणाजी रे सीवीजे वस्त्रोजी ॥३४॥ मारे वच्छ राजा रे सिविजे अंगियाने पदमा रे नवलो वेशोजी। उठासं नाग सांचरिया आया है पोलीयारे मांयो जी ॥३५।। पोलीया में सोनी गड़ रह्यो, कोणाजी रो गडीजे गहनोजी, गडीजे वच्छ राजा रे मूंदडी ने पदमा रे नवसर हारोजी ॥३६॥ नागज नालिया में चढ़ रह्या आदे फूलां केरी बासोजी । नागज फूलां में लूटने आधा है लेडिया रे मांयोजी ॥३७॥ दूधज भरियो बाटको मांये भिश्ररी केरा रव्वा जी, दूध पीने तिरपत हुआ बेठा दलीचो डालो जी ॥३८॥ आवज जावज सब आया कीदो पदमा री सगाई जी। हाथ सोना रूपारा नारेल बगसाविया कीदी पदमारी सगाई जी ॥३९॥ इति ॥