________________
प्रीति त्यागीजी ।वीरा०॥९॥भाई थे आयजो भावज ने लायजो, सिरदार भतीजा साथे लाइजोजी॥वीरा०।१०।। वीरा पंचा में तिलक-कडायजो. बेनड ने चुन्दड ओढायजोजी ॥११॥ दुनियाँ में सुजस लेइजो, मातापिता रे नाम कमायजोजो ॥१२॥ वीरा पाँच पच्चीस साथे लाइजो, रोकडरी गरज घणेरीजी ॥१३॥इति।।
___ बधावो
(तर्ज --ये मोतो समुदा में नीपजे ।) ये मोती समुद्रा में निपजे, ये मोती बाबोसा रे काने, बधावो मारे आवियो। भाग्य भलाजी मारा माता जी रा, अठे हुआ विवाह केरा ठाठ ॥ बधावो मारे आवियो ॥१॥ ये मोती समुद्रा में निपजे, ये मोती काकोसा रे काने, बधावो मारे आवियो । भाग्य भलाजी मारी काकीजी रा, देवेला पेरावनी पेराय, बधावो मारे आवियो ।।२॥ ये मोती समुद्रां में निपजे, ये मोती माताजी रे काने, बधावो मारे आवियो, भाग्य अलाजी मारी मामी सा रा, देशी है मायरो पेराय, बधावो मारे आवियो ॥३॥ ये मोती समुद्रां में निपजे, ये मोती वीराजी काने, बधावो मारे आवियो, भाग्य भलाजी भारी भावज सा रा, देशी है सेवरो
101