SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 308
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 8/ 62. सल्लेखना दर्शन 20/- 74. संस्कृत साहित्य में बीसवीं शताब्दी सम्पादक-डॉ. रमेशचन्द जैन के जैन मनीषियों का योगदान 50/सल्लेखना पर विद्वत् संगोष्ठी-ललितपुर डॉ. नरेन्द्रसिंह राजपूत 63. विश्व के कीर्तिस्तम्भ 151/- 75. चारित्र चक्रवर्ती 80/नवगजरथ स्मारिका ललितपुर पं. सुमेरचन्द दिवाकर 64. कीर्तिस्तम्भ - 185/- 76. मोक्ष मार्ग प्रकाशक 65/ आ. ज्ञानसागर द्वारा रचित वीरोदय पर पं. टोडरमलजी द्वितीय विद्वत संगोष्ठी, अजमेर (राज.) 77. नीति वाक्यामृत 65/65. लघुत्रयी मंथन १०/- प. सोमदेव (आ. ज्ञानसागर द्वारा रचित सुदर्शनोदय 78. आहारदान कैसे भद्रोदय/दयोदय पर तृतीय विद्वत् श्री देशराज 'एडवोकेट' संगोष्ठी-ब्यावर) . 79. माँ मुझे मत मारो 15/66. जयोदय महाकाव्य परिशीलन150/- डॉ. सुनील जैन एवं त्रिशला जैन (आ. ज्ञानसागर रचित जयोदय पर 80. जिनपूजा 25/चतुर्थ विद्वत संगोष्ठी-किशनगढ़) संकलन 67. महाकवि आ. ज्ञानसागर अध्यात्म 81. महाकवि आ. विद्यासागर की साहित्य सन्दोहन आ. ज्ञानसागर साहित्य पर साधना एवं शोध संदर्शिका 15/ पंचम विद्वत संगोष्ठी, जयपुर 90/- मुनि श्री सुधासागर जी 68. जैन दर्शन में रत्नत्रय का स्वरूप 20/- 82. आ. ज्ञानसागरवाङ्मय में नय निरूपण डॉ. नरेन्द्र कुमार जैन पं. शिवचरण लाल जैन 35/69. जैन राजनैतिक चिंतनधारा 20/- 83. आ.ज्ञानसागर साहित्य में चित्रालंकार ___ डॉ. विजय लक्ष्मी जैन डॉ. रुद्रदत्त त्रिपाठी 30/70. जयोदय महाकाव्य का 84. आ. विद्यासागर का व्यक्तित्व एवं समीक्षात्मक अध्ययन काव्यकला डॉ. कैलाशपति पाण्डेय डॉ. माया जैन 71. जयोदय महाकाव्य का शैली 85. महापर्व-राज वैज्ञानिक अनुशीलन 35/- मुनि श्री सुधासागर जी डॉ. कु. अनुराधा जैन 86. जिन्दगी का सच 15/72. सर्वार्थसिद्धि का समीक्षात्मक मुनि श्री सुधासागर जी अध्ययन 50/- 87. पणमामि चरणं विसुद्धतरं डॉ. सीमा जैन मुनि श्री सुधासागरजी 73. पासणाहचरिउ-एक समीक्षात्मक 88. सुधासागर हिन्दी इंग्लिश डिक्शनरी अध्ययन 50/- __ सम्पादक - डॉ. रमेसचंद 300/डॉ. सुरेन्द्र कुमार जैन 'भारती' 89. सांख्य दर्शन की शास्त्रीय समीक्षा डॉ. शक्तिबाला कौशल 45/ 50/ 20/ 8%33%8300 33000000000000000208603333333895608805250666666666666542003 3 03 03 0 050616505666555555555555500 0 89%88888888888882 m a r
SR No.006277
Book TitleAacharya Kshemendra Dwara Pratipadit Chamatkaratva ke Pariprekshya me Aacharya Gyansagar Dwara Virachit Jayoday Mahakavya ka Samikshatmak Adhyayan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansagar
PublisherDigambar Jain Dharm Prabhavna Samiti
Publication Year2001
Total Pages310
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size26 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy