________________
जैन दर्शन में तत्त्व और ज्ञान
प्रोफेसर सागरमल जैन के दार्शनिक निबन्धों का संग्रह भाग 10-12}
प्रकाशकः
प्राकृत भारती अकादमी, 13-ए, गुरुनानक पथ, मेन मालवीय नगर, जयपुर-302017 फोन : 0141-2524827, 2520230 E-mail : prabharati@gmail.com
प्रकाशन सहयोगी:
डमा
बैंक ऑफ महाराष्ट्र Bank of Maharashtra
भारत सरकार का उद्यम एक परिवार एक बैंक
सहयोग (सी.एस.आर.) से
प्रथम संस्करण 2016 ISBNNo. : 978-93-81571-73-6 मूल्य : ₹ 650/- रुपये © लेखक एवं प्रकाशकाधीन सेटिंग : प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर मुद्रक : दी डायमण्ड प्रिंटिंग प्रेस, जौहरी बाजार, जयपुर Jain Darshan Me Tatva aur Gyan by Prof. Sagarmal Jain Prakrit Bharati Academy, Jaipur