SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 65
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ (६३) इसकी जपसाधना से कैसर और टी. बी. जैसी बीमारियों को उन्मूलन करने में साधक सक्षम हुए हैं। उपसंहार वस्तुतः नमोकार महामंत्र अनेक शक्तियों का भंडार, अचिन्त्य शक्ति संपन्न, अतिशय चमत्कारी महामंत्र है । जैनधर्म की दृष्टि से यह चौदह पूर्वो का सार, ज्ञान और चारित्र का भंडार, पंच परमेष्ठी का वाचक, पापहा और पुण्य भा तथा परमविशुद्धि-कारक है । लौकिक और अलौकिक सभी प्रकार के सुख और समृद्धियों का प्रदाता है । इसके विधिवत् जपसाधक को दैविक, दैहिक, भौतिक ताप एवं बाधाएँ तथा आधि-व्याधियाँ नहीं सतातीं । वह सुख, समृद्धि और समाधि प्राप्त करता है।
SR No.006265
Book TitleAnant Sakti Ka Punj Namokar Mahamantra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDevendramuni
PublisherTarak Guru Jain Granthalay
Publication Year1990
Total Pages68
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy