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जैन धर्म की श्वेताम्बर परम्परा में प्रचलित तप-विधियाँ...197
7. श्री प्रथमनाथ नाथाय नमः धातकी खण्डे पश्चिम ऐरवते अतीत चौबीसी के पाँच कल्याणक।25। 4. श्री पुरुख सर्वज्ञाय नमः 6. श्री अवबोध अर्हते नमः 6. श्री अवबोध नाथाय नमः 6. श्री अवबोध सर्वज्ञाय नमः 7. श्री विक्रमेन्द्र नाथाय नमः धातकी खण्डे पश्चिम ऐरवते वर्तमान चौबीसी के पाँच कल्याणक।26। 21. श्री सुशान्त सर्वज्ञाय नमः 19. श्रीहर अर्हते नमः 19. श्रीहर नाथाय नमः 19. श्रीहर सर्वज्ञाय नमः 18. श्री नन्दकेश नाथाय नमः श्री धातकी खण्डे पश्चिम ऐरवते अनागत चौबीसी के पाँच
कल्याणक।27। 4. श्री महामृगेन्द्र सर्वज्ञाय नमः 6. श्री असौचित अर्हते नमः 6. श्री असौचित नाथाय नमः 6. श्री असौचित सर्वज्ञाय नमः 7. श्री धर्मेन्द्र नाथाय नमः पुष्कराद्धे पश्चिम ऐरवते अतीत चौबीसी पाँच कल्याणक।28। 4. श्री अश्ववृन्द सर्वज्ञाय नमः 6. श्री कुटिल अर्हते नमः 6. श्री कुटिल नाथाय नमः 6. श्री कुटिल सर्वज्ञाय नमः 7. श्री वर्धमान नाथाय नमः पुष्कराः पश्चिम ऐरवते वर्तमान चौबीसी के पाँच कल्याणक।291 21. श्री नन्द्रिक सर्वज्ञाय नम: 19. श्री धर्मचन्द्र अर्हते नमः 19. श्री धर्मचन्द्र नाथाय नमः 19. श्री धर्मचन्द्र सर्वज्ञाय नमः 18. श्री विवेक नाथाय नमः । पुष्कराद्धे पश्चिम ऐरवते अनागत चौबीसी के पाँच कल्याणक।30। 4. श्री कलाप सर्वज्ञाय नमः 6. श्री विसोप अर्हते नमः 6. श्री विसोप नाथाय नमः 6. श्री विसोप सर्वज्ञाय नमः 7. श्री आरण नाथाय नमः