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136... यौगिक मुद्राएँ: मानसिक शान्ति का एक सफल प्रयोग
मांडुकी मुद्रा, अश्विनी मुद्रा, पाशिनी मुद्रा, काकी मुद्रा ।
• आँखों के रोग - चिन्मय मुद्रा, अगोचरी मुद्रा, उड्डीयानबंध मुद्रा, मूलबंध मुद्रा, महावेध मुद्रा, विपरितकरणी मुद्रा, ताड़ागी मुद्रा, शाम्भवी मुद्रा2, पाशिनी मुद्रा ।
• आँतों के रोग (अल्सर, आँतों में सूजन, आँतों में रूकावट, नाभि खिसकना, आँतों में गांठ (Tumour) हर्निया एपेन्डिक्स, टाइफाइड, दस्त, कब्ज आदि) - नासिकाग्र मुद्रा, विपरितकरणी मुद्रा, ताड़ागी मुद्रा, काकी मुद्रा ।
• आमाशय सम्बन्धी विकार (गैस, अल्सर, पेट में गांठ, पेट में कीड़े, भूख कम-ज्यादा लगना आदि) - चिन्मय मुद्रा, उड्डीयान बंध मुद्रा, विपरितकरणी मुद्रा, ताडागी मुद्रा, शाम्भवी मुद्रा - 2, पाशिनी मुद्रा, भुजंगिनी मुद्रा ।
अण्डाशय (Testes) हस्तदोष, स्वप्न दोष, वीर्य विकार आदिअगोचरी मुद्रा, काकी मुद्रा ।
अपच - महा मुद्रा, महावेध मुद्रा, विपरितकरणी मुद्रा, ताडागी मुद्रा, मांडुकी मुद्रा, शाम्भवी मुद्रा - 2, भुजंगिनी मुद्रा ।
अपस्मार मिर्गी (Epilepsy Fits) - नौमुखी मुद्रा, अगोचरी मुद्रा, शाम्भवी मुद्रा-2, पाशिनी मुद्रा ।
अकडन (कपकपी)– चिन्मय मुद्रा, नौमुखी मुद्रा, योग मुद्रा, महामुद्रा, जालंधरबंध मुद्रा, मूलबंध मुद्रा, महाबंध मुद्रा, योनि मुद्रा, शक्तिचालिनी मुद्रा, ताडागी मुद्रा, मांडुकी मुद्रा, अश्विनी मुद्रा, काकी मुद्रा ।
• अस्थितंत्र सम्बन्धी रोग - चिन् मुद्रा, वज्रोली मुद्रा, शाम्भवी मुद्रा - 1, भुजंगनी मुद्रा । उच्च रक्तचाप (B.P.)- चिन्मय मुद्रा, नासिकाग्र मुद्रा, उड्डीयानबंध मुद्रा, विपरितकरणी मुद्रा, ताडागी मुद्रा, मांडुकी मुद्रा, शाम्भवी मुद्रा-2, काकी मुद्रा, भुजंगिनी मुद्रा ।
ऊर्जा की कमी - चिन् मुद्रा, नौमुखी मुद्रा, योग मुद्रा, ब्रह्म मुद्रा, आकाशी मुद्रा, योनि मुद्रा, शाम्भवी मुद्रा - 21
एसिडीटी - नासिकाग्र 'मुद्रा, अगोचरी मुद्रा, महावेध मुद्रा, विपरितकरणी मुद्रा, ताडागी मुद्रा, शाम्भवी मुद्रा - 2, काकी मुद्रा ।
एलर्जी - चिन् मुद्रा, भूचरी मुद्रा, वज्रोली मुद्रा, शाम्भवी मुद्रा- 1,