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भगवान बुद्ध की मुख्य 5 एवं सामान्य 40 मुद्राओं की......71 25. पेंग्-सोंग्-नम्-फोन् मुद्रा (स्नान मुद्रा)
भारत में इस मुद्रा को 'ज्ञान लोलहस्त' मुद्रा कहते हैं। यह बौद्ध परंपरा में बुद्ध द्वारा स्वीकृत की गई 40 मुद्राओं में से पच्चीसवीं मुद्रा है। भगवान बुद्ध द्वारा स्नान क्रिया की सूचक यह मुद्रा खड़ी मुद्रा है। इसमें बायें कंधे पर Tawel आदि रखा गया है जो पूर्णत: स्नान हेतु उद्यत व्यक्ति की छवि दर्शाता है। विधि
दायी हथेली मध्य भाग की तरफ, अंगूठा और तर्जनी का अग्रभाग परस्पर में स्पर्श करता हुआ, शेष अंगुलियाँ छाती के मध्यभाग के विपरीत बायीं तरफ फैली हुई रहें तथा बायां हाथ पार्श्वभाग में नीचे लटकता हुआ रहने पर उक्त मुद्रा बनती है।
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पेंग्-सोंग-नम्-फोन् मुद्रा सुपरिणाम
• यह मुद्रा पृथ्वी एवं अग्नि तत्त्व का संतुलन करती है। इनके मिश्रण से शारीरिक दुर्बलता एवं मोटापा कम होता है। • यह मूलाधार एवं मणिपुर चक्र