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310... हिन्दू मुद्राओं की उपयोगिता चिकित्सा एवं साधना के संदर्भ में
आलस्य- गदा मुद्रा, कटिंग मुद्रा, उमरूक मुद्रा, प्रलम्ब मुद्रा, अभिषेक मुद्रा, पद्महस्त मुद्रा ।
आँखों के रोग - गजहस्त मुद्रा, कपित्थ मुद्रा, मुकुल मुद्रा, पद्म मुद्रा, सम्पुट मुद्रा, सिंहक्रान्त मुद्रा, नेत्र मुद्रा ।
आँतों के रोग (अल्सर, आँतों में सूजन, आंतों में रूकावट, नाभि खिसकना, आँतों में गांठ (Tumour), हर्निया, एपेन्डिक्स, टाइफाइड, दस्त, कब्ज आदि) - हंस मुद्रा, धेनु मुद्रा
आमाशय सम्बन्धी विकार (गैस, अल्सर, पेट में गांठ, पेट में कीड़े, भूख कम ज्यादा लगना आदि ) - कटिग मुद्रा, निद्रातहस्त मुद्रा, सप्तजिह्वा मुद्रा ।
अण्डाशय (Testes) (हस्त दोष, स्वप्न दोष, वीर्य विकार आदि) - हंस मुद्रा, दंड मुद्रा, कट्यावलम्बित मुद्रा ।
अपच- अंचित मुद्रा, हरिण मुद्रा, योनि मुद्रा, मृग मुद्रा-1, लिंग मुद्रा, स्वकुचग्रह मुद्रा ।
अपस्मार मिरगी (Epilepsy Fits) - हंस मुद्रा, हरिण मुद्रा, विष्वक्सेन मुद्रा, डमरूक मुद्रा, मत्स्य मुद्रा ।
अकड़न ( कपकपी ) - गजहस्त मुद्रा, कूर्पर मुद्रा - 1, त्रिशूल मुद्रा, ग्रथित मुद्रा । अस्थितंत्र सम्बन्धी रोग- गदा मुद्रा, पुस्तक मुद्रा, अभिषेक मुद्रा, करन मुद्रा। उल्टी- गदा मुद्रा, हरिण मुद्रा, कटिग मुद्रा, कर्पूर मुद्रा-1, बुद्धाश्रमण मुद्रा । उच्च रक्तचाप (High B. P . ) - कटिंग मुद्रा, सुमुख मुद्रा, विस्तृत मुद्रा, कूर्म मुद्रा, स्वकुचग्रह मुद्रा ।
ऊर्जा की कमी - दंड मुद्रा, गजहस्त मुद्रा, चिन् मुद्रा, कश्यप मुद्रा, निद्रातहस्त मुद्रा, पद्म मुद्रा, विष्वक्सेन मुद्रा ।
एसिडीटी - आवाहन मुद्रा, कश्यप मुद्रा, कूर्म मुद्रा, अर्धाञ्जली मुद्रा, करन मुद्रा ।