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250... हिन्दू मुद्राओं की उपयोगिता चिकित्सा एवं साधना के संदर्भ में
सरस्वती देवी सम्बन्धी मुद्राएँ। विद्यादायिनी माँ सरस्वती देवी की मुख्य 5 मुद्राओं का उल्लेख प्राप्त होता है। उनका परिचय इस प्रकार है14
1. अक्षमाला- हाथ में माला गृहीत मुद्रा 2. वीणा मुद्रा- दोनों हाथों में वीणा धारित मुद्रा 3. व्याख्यान- व्याख्यान देती हुई मुद्रा 4. पुस्तक- एक हाथ में पुस्तक धारण की हुई मुद्रा और 5. वर- आशीर्वाद प्रदान मुद्रा। 1. अक्षमाला मुद्रा ___दोनों अंगूठों और दोनों तर्जनियों के अग्रभाग को मिलायें फिर शेष अंगलियों को परस्पर ग्रथित कर सीधा करने पर अक्षमाला मुद्रा बनती है।
सुपरिणाम
अक्षमाला मुद्रा चक्र- विशुद्धि एवं आज्ञा चक्र तत्त्व- वायु एवं आकाश तत्त्व केन्द्रविशुद्धि एवं ज्योति केन्द्र ग्रन्थि- थायरॉइड, पेराथायरॉइड एवं पीयूष ग्रन्थि विशेष प्रभावित अंग- कान, नाक, गला, मुँह, स्वर यंत्र, निचला मस्तिष्क एवं स्नायु तंत्र।