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जैन मुद्रा योग की वैज्ञानिक एवं आधुनिक समीक्षा ...lxi
मुद्रा 21. ईश्वर मुद्रा 22. अमृत सञ्जीवनी मुद्रा 23. त्रिनेत्र मुद्रा 24. त्रिपुरस मुद्रा 25. मशीत मुद्रा 26. गृह तोड़ा मुद्रा 27. सिंहासन मुद्रा 28. पद्मकोश मुद्रा 29. सामान्य पद्म मुद्रा 30. नेत्र मुद्रा 31. विकसित पद्म मुद्रा 32. सनाल कमल मुद्रा 33. अश्व मुद्रा 34. गज मुद्रा 35. दण्ड मुद्रा 36. पार्श्वनाथ मुद्रा 37. गरुड़ मुद्रा 38. नाराच मुद्रा 39. सतत मुद्रा 40. वापी मुद्रा 41. कुंभ मुद्रा 42. अपरकुंभ मुद्रा 43. कुंभ मुद्रा 44. हृदय मुद्रा 45. शिरो मुद्रा 46. शिखा मुद्रा 47. कवच मुद्रा 48. घृतभृत कुंभ मुद्रा 49. क्षुर मुद्रा 50. श्रृंगार मुद्रा 51. अस्त्र मुद्रा 52. धेनु मुद्रा 53. प्रतिमा मुद्रा 54. स्थापनी मुद्रा 55. आवाहनी मुद्रा 56. संनिधापनी मुद्रा 57. निष्ठुरा मुद्रा 58. प्रवहण मुद्रा 59. स्थापन मुद्रा 60. अवगुण्ठन मुद्रा 61. निरोध मुद्रा 62. त्रासनी मुद्रा 63. गोवृषण मुद्रा 64. पाश मुद्रा 65. महा मुद्रा 66. अपरपाश मुद्रा 67. अंकुश मुद्रा 68. अपर अंकुश मुद्रा 69. महांकुश मुद्रा 70. महानागपाश मुद्रा 71. ध्वज मुद्रा 72. शर मुद्रा 73. वज्र मुद्रा 74. श्रृंखला मुद्रा 75. वरद मुद्रा 76. चक्र मुद्रा 78. मुक्ताशुक्ति मुद्रा 79. प्रणिपात मुद्रा 80. योनि मुद्रा 81. त्रिमुख मुद्रा 82. योगिनी मुद्रा 83. डमरूक मुद्रा 84. क्षेत्रपाल मुद्रा 85. अभय मुद्रा 86. पाशक मुद्रा 87. खड्ग मुद्रा 88. प्रवचन मुद्रा 89. योग मुद्रा 90. मंगल मुद्रा 91. आसन मुद्रा 92. अंग मुद्रा 93. पर्वत मुद्रा 94. विस्मय मुद्रा 95. चुंटन मुद्रा 96. श्रीवत्स मुद्रा 97. अक्ष मुद्रा 98. गदा मुद्रा 99. घण्टा मुद्रा 100. नाद मुद्रा 101. कमण्डलु मुद्रा 102. परशु मुद्रा 103. अपर परशु मुद्रा 104. वृक्ष मुद्रा 105. सर्प मुद्रा 106. ज्वलन मुद्रा 107. शिवशासन मुद्रा 108. शूल मुद्रा 109. श्रीमणि मुद्रा 110. शूल मुद्रा 111. संहार मुद्रा 112. परमेष्ठि मुद्रा 113.अंजलि मुद्रा 114. जिन मुद्रा 115. सौभाग्य मुद्रा।
• लघु विद्यानुवाद में वर्णित 44 मुद्राओं का स्वरूप। • मुनि प्रवर श्री किशनलालजी महाराज साहब द्वारा निरूपित पाँच
मुद्राएँ।
1. अहँ मुद्रा 2. सिद्ध मुद्रा 3. आचार्य मुद्रा 4. उपाध्याय मुद्रा 5. मुनि मुद्रा।