________________
मुद्रा प्रकरण एवं मुद्राविधि में वर्णित मुद्राओं की प्रयोग विधियाँ 313
95. चुंटन मुद्रा
चुंटन मुद्रा का प्रयोग शान्ति की स्थापना और कल्याण की अभिवृद्धि हेतु किया जाता है।
इसका बीज मन्त्र 'भ' है।
चुंटन मुद्रा
है।
"अनामिकायां अङ्गुष्ठाग्रस्पर्शनं दुर्वावनस्पति चुंटन मुद्रा" अनामिका का अंगूठे के अग्रभाग से स्पर्श करवाना चुंटन मुद्रा इस मुद्रा में दुर्वा नाम की वनस्पति पकड़ी हुई होनी चाहिए । सुपरिणाम
• चक्र अभ्यासी साधकों के अनुसार चुंटन मुद्रा धारण करने से अनाहत एवं आज्ञा चक्र जागृत होते हैं। इन चक्रों के जागरण से करुणा, मैत्री, क्षमा, विवेक आदि गुण जागृत होते हैं। यह मुद्रा दूसरों के मनोभावों को समझने एवं उन्मत्तता, अवसाद आदि को दूर करने में सहायक बनती है।
विधि