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304... जैन मुद्रा योग की वैज्ञानिक एवं आधुनिक समीक्षा
69. महांकुश मुद्रा
जिस मुद्रा के द्वारा किसी तरह के दुष्ट का निग्रह किया जा सके, उसे महांकुश मुद्रा कहते हैं।
इस मुद्रा के द्वारा चतुर्विध संघ के अन्तर्गत रहे हुए दुष्ट मनुष्यों का निवारण किया जाता है।
इसका बीज मन्त्र 'ओ' है।
विधि
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"एषैव विपर्यासे आत्मनीनसंमुखे मध्यमे महाङ्कुशमुद्रा । ' दोनों हाथों को सौभाग्य मुद्रा की तरह रचकर दोनों मध्यमाओं को आत्म दिशा से विमुख रखने पर महाङ्कुश मुद्रा बनती है।
70. महानागपाश मुद्रा
नागों का पाश या बंधन नागपाश कहलाता है। हिन्दी शब्दसागर के अनुसार वरुणदेव (दिक्पालदेव) के एक प्रकार का अस्त्र, जिससे शत्रुओं को बांध लिया जाता है अथवा शत्रुओं को बांधने के लिए एक प्रकार का बंधन या फंदा नागपाश कहलाता है ।
महानागपाश मुद्रा