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मुद्रा प्रकरण एवं मुद्राविधि में वर्णित मुद्राओं की प्रयोग विधियाँ ...275
सामान्य पद्म मुद्रा
सुपरिणाम
• सामान्य पद्म मुद्रा धारण करने से अनाहत, आज्ञा एवं सहस्रार चक्र जागृत होते हैं। इन चक्रों के जागरण से सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है। यह अतीन्द्रिय ज्ञान एवं शक्तियों को जागृत करते हुए कलात्मक उमंगों, रसानुभूति एवं कोमल संवेदनाओं को उत्पन्न करती है। इससे व्यष्टि सत्ता समष्टि चेतना से सम्बन्ध जोड़ने में सक्षम हो जाती है।
• भौतिक स्तर पर यह मुद्रा ब्रेन ट्यूमर, मिरगी, मस्तिष्क सम्बन्धी समस्याएँ, पुरानी बीमारी, एलर्जी, हृदय, श्वास, फेफड़े आदि से सम्बन्धित समस्याओं में लाभ करती है।
• वायु एवं आकाश तत्त्व को संतुलित करते हुए यह मुद्रा रक्त संचरण, श्वसन एवं मस्तिष्क में आए विकारों को दूर करती है । चित्त में आनंद की