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Ixii... नाट्य मुद्राओं का एक मनोवैज्ञानिक अनुशीलन
अध्याय - 3 : विष्णुधर्मोत्तरपुराण आदि में उल्लिखित मुद्राओं की सूची
163-173
विष्णुधर्मोत्तरपुराण आदि ग्रन्थों में निर्दिष्ट मुद्राओं का स्वरूप लगभग भरत मुनि के नाट्यशास्त्र के समान ही है। अध्याय-4 : अभिनयदर्पण में वर्णित अतिरिक्त मुद्राओं के सुप्रभाव
174-201
1. अर्धपताका मुद्रा 2. मयूरहस्त मुद्रा 3. चन्द्रकला मुद्रा 4. सिंहमुख मुद्रा 5. त्रिशूल मुद्रा 6. व्याघ्र मुद्रा 7. अर्धसूची मुद्रा 8. कटक मुद्रा 9. पल्लि मुद्रा 10. शिवलिंग मुद्रा 11. कर्तरी स्वस्तिक मुद्रा 12. शकट मुद्रा 13. शंख मुद्रा 14. चक्र मुद्रा 15 सम्पुट मुद्रा 16. पाश मुद्रा 17. कीलक मुद्रा 18 मत्स्य मुद्रा 19. वराह मुद्रा 20. गरूड़ मुद्रा 21. नागबन्ध मुद्रा 22. खट्वा मुद्रा 23. भेरूण्ड मुद्रा ।
अध्याय - 5 : भारतीय परम्परा में प्रचलित मुद्राओं की विधि एवं उद्देश्य
202-304
1. अधोमुष्टि मुकुल मुद्रा 2. अजमुख मुद्रा 3. अंगारख मुद्रा 4. अरालकटक मुख मुद्रा 5. अर्धमुख मुद्रा 6. अर्जुन मुद्रा 7. अशोक मुद्रा 8. वक्र मुद्रा 9. भीम मुद्रा 10. भिन्नांजली मुद्रा 11. ब्रह्म मुद्रा 12. ब्राह्मण मुद्रा 13. बृहस्पति मुद्रा 14. छग मुद्रा 15. चक्रवाक 16. चंपक मुद्रा 17. चन्द्र मुद्रा 18. चंद्रमृग मुद्रा 19. गर्दभ मुद्रा 20. इन्द्र मुद्रा 21. कंदंजली मुद्रा 22. करकट मुद्रा 23. करतरी दण्ड मुद्रा 24. कार्त्तवीर्य मुद्रा 25. कटक मुद्रा (प्रथम) 26. कटक मुद्रा (द्वितीय) 27. केतकी मुद्रा 28. केतु मुद्रा 29. खड्ग मुकुल मुद्रा 30. अर्घ मुद्रा 31. आश्चर्य मुद्रा 32. अश्वत्थ मुद्रा 33 भागीरथ मुद्रा 34. डमरू मुद्रा 35 दान मुद्रा 36. दिलीप मुद्रा 37. दीप मुद्रा 38. गंगा मुद्रा 39. हरिश्चन्द्र मुद्रा 40. कृष्णमृग मुद्रा 41. क्रोध मुद्रा 42. खड्ग मुद्रा 43. क्षत्रिय मुद्रा 44. कूर्म मुद्रा 45. कुरूवक मुद्रा 46. कुबेर मुद्रा 47. लक्ष्मी मुद्रा 48. लीन कर्कट मुद्रा 49. लीनाल पद्म मुद्रा 50. मध्यपताका मुद्रा