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उपसंहार......339 • स्नायुतंत्र की समस्याएँ (स्नायुतंत्र में रूकावट, स्नायु तंत्र में खिंचाव): अवहित मुद्रा, गरूड़ पक्ष मुद्रा,व्याघ्र मुद्रा, नागबन्ध मुद्रा, ब्राह्मण मुद्रा, बृहस्पति मुद्रा, कुरूवक मुद्रा, श्वसुर मुद्रा, वामनावतार मुद्रा। सायनस : कर्तरीमुख मुद्रा, संयम नायक मुद्रा, वैश्य मुद्रा, मातृ मुद्रा, स्नुष
मुद्रा। सिर दर्द : करकट मुद्रा, क्षत्रिय मुद्रा, व्हलो मुद्रा, उलुक मुद्रा, पितृ मुद्रा, श्वसुर
मुद्रा, बलरामावतार मुद्रा। स्मरण शक्ति की समस्या : करकट मुद्रा, संयम नायक मुद्रा, त्रिज्ञान मुद्रा,
ज्येष्ठ भ्रातृ मुद्रा।
• श्वास तंत्र सम्बन्धी समस्याएँ (श्वास फुलना, बैचेनी, घबराहट, दमा, श्वास लेने में तकलीफ आदि) : खट्वा मुद्रा, शैव्य मुद्रा।
• स्वर यंत्र की समस्याएँ (आवाज का दबना, मोटा होना, हकलाना आदि) : त्रिपताका मुद्रा, अवहित मुद्रा, अंगारख मुद्रा, संकीर्ण मुद्रा, सरस्वती मुद्रा, श्वश्री मुद्रा।
• हृदय सम्बन्धी रोग (सदमा) : मृगशीर्ष मुद्रा, केशबंध मुद्रा, व्याघ्र मुद्रा, नागबन्ध मुद्रा, बक मुद्रा, कूर्म मुद्रा, वायु मुद्रा, संकीर्ण मंकर मुद्रा, शैव्य मुद्रा, ननंद मुद्रा, पितृ मुद्रा, बलरामावतार मुद्रा। ___ हिचकी : भीम मुद्रा, संकीर्ण मुद्रा, सरस्वती मुद्रा, शमी मुद्रा, मत्स्यावतार मुद्रा।
मानसिक रोगों के निदान में प्रभावी मुद्राएँ। • क्रोध, पागलपन, घृणा, आसक्ति, अनियंत्रण, अहंकार, अकेलापन आदि- मुष्टि मुद्रा, सन्दंश मुद्रा, अंजलि मुद्रा, रेचित मुद्रा, करिहस्त मुद्रा, पक्षवंछित मुद्रा, कटक मुद्रा, चंपक मुद्रा, कार्तवीर्य मुद्रा, खड्गमुकुल मुद्रा, कूर्म मुद्रा, राहु मुद्रा, सरस्वती मुद्रा, शनैश्चर मुद्रा, स्त्री मुद्रा, दम्पति मुद्रा, रघुरामावतार मुद्रा।
• नशे की लत, भावात्मक अस्थिरता (Over confidence), लालसा, अविश्वास, अकेलापन- अलपद्म मुद्रा, स्वाधिष्ठान चक्र, पुष्पपुट मुद्रा, वर्धमान मुद्रा, उवृत्त मुद्रा, पल्लि मुद्रा, गरूड मुद्रा, अजमुख मुद्रा, चंद्रमृग मुद्रा, इन्द्र मुद्रा, करतरी दण्ड मुद्रा, कटक मुद्रा-2, केतु मुद्रा, वरूण मुद्रा,