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336... नाट्य मुद्राओं का एक मनोवैज्ञानिक अनुशीलन डायबीटिस : शिखर मुद्रा, लांगुल मुद्रा, परदिष मुकुल मुद्रा, शुद्र मुद्रा, मातृ
मुद्रा, वामनावतार मुद्रा। डायरिया (उल्टी-दस्त लगना) : ललित मुद्रा, परदिष मुकुल मुद्रा। डीहाइड्रेशन (पानी की कमी) : अर्धपताका मुद्रा, मन्मथ मुद्रा, शुद्र मुद्रा। तुतलाना : करतरीदण्ड मुद्रा। थायरॉइड : सम्पुट मुद्रा, खट्वा मुद्रा, अर्जुन मुद्रा, केतकी मुद्रा, पार्वती मुद्रा,
संकीर्ण मकर मुद्रा, शमी मुद्रा, नंनद मुद्रा, बलरामावतार मुद्रा। दाद (Ring Worms) : केतु मुद्रा, वरुण मुद्रा, राहु मुद्रा, संयम नायक मुद्रा,
शुद्ध मुद्रा, उलूक मुद्रा, दम्पति मुद्रा, परशुराम अवतार मुद्रा।
• दाँतों की समस्याएँ (दाँतों में दर्द, दाँतों में पीव आना आदि): खट्वा मुद्रा, वरूण मुद्रा, संकीर्ण मुद्रा, शमी मुद्रा, उद्वेष्टि ताल पद्म मुद्रा, मत्स्यावतार मुद्रा। न्युमोनिया : ताम्रचूड़ मुद्रा, नितम्ब मुद्रा, सिन्धुवर मुद्रा। नकसीर : चन्द्रकला मुद्रा, पूग मुद्रा। नाड़ी शुद्धि : पद्मकोश मुद्रा, गरूड पक्ष मुद्रा, क्षत्रिय मुद्रा, सूर्य मुद्रा, मातृ
मुद्रा।
• नाभि की समस्या (नाभि खीसकना, नाड़ी में दर्द): अर्धचन्द्र मुद्रा, हंसपक्ष मुद्रा, परदिष मुकुल मुद्रा, श्वसुर मुद्रा। निम्न रक्तचाप : सिन्धुवर मुद्रा, सपत्नी मुद्रा, कृष्णावतार मुद्रा। नशीले पदार्थों की आदत : इन्द्र मुद्रा, वायु मुद्रा, पूग मुद्रा, संयम नायक
मुद्रा, ताल पताका मुद्रा, कल्कि अवतार मुद्रा। नंपुसकता : केतु मुद्रा, स्त्री मुद्रा, भर्तार भ्रातृ मुद्रा, मत्स्यावतार मुद्रा, परशुराम
अवतार मुद्रा। पक्षाघात : सन्देश मुद्रा, प्रक्षप्रद्योत मुद्रा, मुष्टि स्वस्तिक मुद्रा, भिनांजली मुद्रा,
ब्राह्मण मुद्रा, इन्द्र मुद्रा, खड्ग मुद्रा, पूग मुद्रा, सिंह मुद्रा, सिन्धुवर मुद्रा, वैश्व मुद्रा, ज्येष्ठ भ्रातृ मुद्रा, पितृ मुद्रा।
• पित्ताशय सम्बन्धी समस्याएँ (पथरी, पित्ताशय क्षेत्र में दर्द, पित्ताशय की नली में गांठ (Billary tumour) पीलिया आदि) : वराह मुद्रा, रघुरामावातार मुद्रा।