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________________ जैन एवं इतर परम्परा में उपलब्ध मुद्राओं की सूची ...67 (चतुर्थ) 58. जौ-इन् मुद्रा (छठवीं) 59. जौ-इन् मुद्रा (सातवीं) 60. जौ-इन् मुद्रा (आठवीं) 61. जु-नि-कुशि-जि-शिन् इन् मुद्रा 62. कै-मोन्-इन् मुद्रा 63. कै-शिन्-जौ-इन् मुद्रा 64. काजि-कौ-सुइ-इन् मुद्रा 65. कवच मुद्रा (प्रथम) 66. कवच मुद्रा (द्वितीय) 67. कयेन-शौ-इन् मुद्रा 68. के-बोसत्सु- इन् मुद्रा 69. खड्ग मुद्रा (प्रथम) 70. खड्ग मुद्रा (द्वितीय) 71. खड्ग मुद्रा (तृतीय) 72. किम्बेइ-इन् मुद्रा 73. कौ-तकु मुद्रा 74. कोंगौ-रिन्-इन् मुद्रा 75. लोचन मुद्रा 76. महाआकाश गर्भ मुद्रा 77. महाज्ञान खड्ग मुद्रा 78. महाकाल मुद्रा 79. महाकर्म मुद्रा 80. मु-नो-शौ-शु-गौ-इन् मुद्रा 81. मुशोफुशि-इन् मुद्रा (प्रथम) 82. मुशोफुशि-इन् मुद्रा (द्वितीय) 83. मुशोफुशि-इन् मुद्रा (तृतीय) 84. नन् कन् निन् इन् मुद्रा 85. न्योरै-होस्सौइन् मुद्रा 86. न्यारै-सकु-इन् मुद्रा 87. न्यारै-शिन्-इन् मुद्रा 88. न्यारै-जो-इन् मुद्रा 89. पाश मुद्रा 90. पोथी मुद्रा 91. पूण मुद्रा 92. रत्न मुद्रा (प्रथम) 93. रत्न मुद्रा (द्वितीय) 94. रत्नकलश मुद्रा 95. रै-इन् मुद्रा 96. रेंजे-बु-शुइन् मुद्रा 97. रेन्-रेंजे-इन् मुद्रा 98. स-इन् मुद्रा 99. सै-जै-इन् मुद्रा 100. सकु-इन् मुद्रा 101. सन्-कौ-इन् मुद्रा (प्रथम) 102. सन्-कौ-इन् मुद्रा (द्वितीय) 103. शंख मुद्रा (प्रथम) 104. शंख मुद्रा (द्वितीय) 105. शै-कौ-इन् मुद्रा 106. सीमाबन्ध मुद्रा 107. सौ-कौ-शु-गौ-इन् मुद्रा 108. स्थिराबोधि मुद्रा 109. तथागत दंष्ट्र मुद्रा 110 तथागतकुक्षि मुद्रा 111. तथागतवचन मुद्रा 112. तेजस बोधिसत्त्व मुद्रा 113. तेम्बौरिन्-इन्- मुद्रा 114. तौ-म्यो-इन् मुद्रा 115. त्रिशूल मुद्रा (प्रथम) 116. त्रिशूल मुद्रा (द्वितीय) 117. उपकेशिनी मुद्रा 118. उपाय पारमिता मुद्रा 119. उष्णीय मुद्रा 120. वैश्रवण मुद्रा 121. वज्र कश्यप मुद्रा (प्रथम) 122. वज्र कश्यप मुद्रा (द्वितीय) 123. वज्रमाला मुद्रा 124. वज्रमुष्टि मुद्रा (प्रथम) 125. वज्रमुष्टि मुद्रा (द्वितीय) 126. वज्रमुष्टि मुद्रा (तृतीय) 127. वज्रश्री मुद्रा 128. वर-काय-समय मुद्रा 129. वायु मुद्रा 130. विद्या मुद्रा 131. जेन्- इन् मुद्रा 132. जु-कौ-इन् मुद्रा।61 बौद्ध धर्म की महायान शाखा का सुप्रसिद्ध ग्रन्थ आर्य मंजुश्री कल्प में 108 मद्राओं का सविधि वर्णन किया गया है। उनमें प्राप्त मुद्राओं के नाम इस प्रकार हैं-62 1. पञ्चशिखा मुद्रा 2. त्रिशिखा मुद्रा 3. विन्द्या मुद्रा 4. उत्पल मुद्रा
SR No.006252
Book TitleMudra Prayog Ek Anusandhan Sanskriti Ke Aalok Me
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSaumyagunashreeji
PublisherPrachya Vidyapith
Publication Year2014
Total Pages164
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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