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कायोत्सर्ग आवश्यक का मनोवैज्ञानिक अनुसंधान ...311 20. सो उस्सग्गो दुविहो, चिट्ठाए अभिभवे य णायव्वो। भिक्खायरियाइ पढमो, उवसग्गभिमुंजणे बिइओ ॥
आवश्यकनियुक्ति, 1452 21. (क) चेट्टाउस्सग्गो चेट्ठातो....कीरति । आवश्यकचूर्णि,त भा. 2, पृ. 248
(ख) अभिभवो णाम अभिभूतो वा...प्रतिज्ञां पूरेति। वही, पृ. 248 (ग) अट्ठविहपि य कम्मं, अरिभूयं तेण तज्जयट्ठाए। अब्भुट्ठिया उ तवसंजमंमि कुव्वंति निग्गंथा ॥
___ आवश्यकनियुक्ति, 1456 22. (क) उद्विद उट्ठिद, उठ्ठिदणिविट्ठ उवविठ्ठउहिदो चेव । उवविठ्ठणिविट्ठोवि, च काओसग्गो चदुट्ठाणो॥
मूलाचार, 7/675-79 (ख) भगवती आराधना, गा. 118 की टीका, पृ. 62-63 23. आवश्यकनियुक्ति, 1459-1460 24. वही, 1479-1480 25. वही, 1489-1495 26. नामट्ठवणा दब्वे खेत्ते, काले य होदि भावे य। एसो काउस्सग्गे, णिक्खेवो छविहो णेओ।
मूलाचार, 7/650 की टीका 27. (क) दव्वविउस्सग्गो गणउवधिसरीर भत्तपाणाण विउस्सग्गो,.... अहवा कसायसंसारकम्माण वा विउस्सग्गो ।
आवश्यकचूर्णि, भा. 1, पृ. 616 (ख) आवश्यक हारिभद्रीयटीका, भा. 1, पृ. 325 28. स्थानांगसूत्र, 4/1/130 29. जे गुणे से आवटे। आचारांगसूत्र, 1/1/5 30. वितोसग्गो-परिच्चागो। सो बाहिरऽब्भंतरोवहिस्स जिण थेर कप्पियाणं वितीसग्गो।
दशवैकालिक अगस्त्यचूर्णि, पृ. 19 31. घोडग लया य खम्भे, कुड्डे माले य सबरि बहुनियले । लंबुत्तर थण उड्डी, संजइ खलिणे य वायस कवितु ॥
सीसोकंपिय मूई, अंगुलिभमुहा य वारूणी पेहा। एए काउस्सग्गे हवंति, दोसा इगुणवीसं ॥
प्रवचनसारोद्धार, 5/247-261