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122...षडावश्यक की उपादेयता भौतिक एवं आध्यात्मिक सन्दर्भ में
63. विशेषावश्यकभाष्य, 3385-3386 64. वही, 3417, टीका पृ. 649 65. आवश्यकनियुक्ति, 849 66. विशेषावश्यकभाष्य, 2762-2763 67. आवश्यकनियुक्ति, 850-851 - वही, 853 69. विशेषावश्यकभाष्य, 2775-2776 की मलधारी टीका, पृ. 172 70. आवश्यकनियुक्ति, गा. 855 की हारिभद्रीय टीका पृ. 242 71. वही, 854 हारिभद्रीय टीका, पृ. 241-242 72. वही, 856, हारिभद्रीय टीका, पृ. 242 73. विशेषावश्यकभाष्य, 2780-2781 की मलधारी टीका 74. आवश्यकनियुक्ति, 856 75. वही, 860 76. वही, 861-864 77. विशेषावश्यकभाष्य, 2728-2729 78. आवश्यकनियुक्ति, 105-106 79. वही, 813 80. विशेषावश्यकभाष्य, 2713 81. आवश्यकनियुक्ति, 815 82. विशेषावश्यकभाष्य, 2718 83. वही, 2727 84. आवश्यकनियुक्ति, 812 85. तत्त्वार्थ राजवार्तिक, 9/18, पृ. 616 86. वही, 9/18, 616 87. सागार धर्मामृत, 7/1 88. जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश, भा. 4, पृ. 419 89. अहवा तब्भेय च्चिय सेसा, जं दसणाइयं तिविहं । न गुणो य नाण-दसण, चरमब्भहिओ जओणत्थि ॥
विशेषावश्यकभाष्य, 906 की टीका 90. सामाइयं संखेवो, चोद्दसपुव्वत्थपिंडोत्ति। वही, 2797