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456... जैन गृहस्थ के व्रतारोपण सम्बन्धी विधियों का प्रासंगिक .... 64. तिलकाचार्यसामाचारी पर आधारित, पृ.-10 65. जैन आचार सिद्धान्त और स्वरूप, पृ.-359 66. वही, पृ.-359 67. विधिमार्गप्रपा, पृ.-6 68. जैन आचार सिद्धान्त और स्वरूप, पृ.-359 69. अभिधानराजेन्द्रकोश, भा. 2, पृ. 1130, 1134 70. आचारदिनकर, पृ.-52 71. समवायांगसूत्र, 11/5 72. आणंदे समणोवासए उवासग पडिमाओ उवसंपज्जित्ताणं विहरइ।
.. उपासकदशा, मधुकरमुनि, 1/70 73. दशाश्रुतस्कन्ध, नवसुत्ताणि, 6/1-18 74. उपासकदशा, अभयदेवटीका, पृ.-65/68 75. विंशतिविंशिका, 10 वीं विंशिका 76. पंचाशक प्रकरण- 10 वाँ प्रकरण 77. कषायपाहुड, जयधवलाटीका, 9/130 78. रत्नकरण्डकश्रावकाचार, 1/137-147 79. कार्तिकेयानुप्रेक्षा, गा.-24, 27-29, 70-90 80. उपासकाध्ययन, 821-822 81. अमितगतिश्रावकाचार, 7/67-78 82. वसुनन्दिश्रावकाचार, 205-213 83. सागारधर्मामृत, 3/6 से 7/37 84. तिलकाचार्यसामाचारी, पृ. 9-10 85. आचारदिनकर, पृ.-52-53 86. पंचाशकप्रकरण, 10/5-37 पर आधारित 87. तिलकाचार्यसामाचारी, पृ.-9 88. वही, पृ.-11