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________________ आगम (४०) "आवश्यक’- मूलसूत्र-१ (नियुक्ति:+चूर्णि:) अध्ययनं न, मूलं - /गाथा-], नियुक्ति: [७८-७९], भाष्यं । मुनि दीपरत्नसागरेण संकलिता...........आगमसूत्र - [४०], मूलसूत्र - [१] "आवश्यक नियुक्ति: एवं जिनभद्रगणि-रचिता चूर्णि:-1 पत सत्राक श्रुतस्कंधेरा श्री जति सुयणाणेण अधिगारो तो उद्देसादीणि एयस्स पवत्तंति, तो कि अंगपविट्ठस्स अंगबाहिरस्स!, दोहवि, इमं पुण पट्ठवणं आवश्यकआवश्यक पहुच्च अंगवाहिरस्स, जति अंगबाहिरस्स तो किं आवस्सगस्स आवस्सगवतिरिचस्सी, दोपहषि, इमं पुण पट्ठवर्ण पहुच्च आवस्सगस्सदनिक्षपाः चूणा अ णुतोगी, आवस्सगनं किं अंग अंगाई सुअक्खंधो सुयखंधा अज्झयणं अज्झयणाई उद्देसो उद्देसा, आवस्सर्ग णं णो अंग 18णो अंगाई सुयक्खंघो णो सुयक्खंधा णो अज्झयणं अज्झयणा णो उद्देसो पो उद्देसा, तम्हा आवस्सगं णिक्खिविस्सामि सुर्य ॥ ७८॥टणिक्खिविस्सामि खंध णिक्खिविस्सामि। से किं तं आवस्सयं, आवस्सगं समासतो चउविहं-णाम ठवणा० दब्ब० भाव०, णामावस्सय जस्स पंजीवस्स वा हा अजीवस्स वा आवस्सएति णाम कीरति, से तं णामावस्सगं । से कि तं ठवणावस्सगं, २ जनं कहकम्मे वा पोत्थकम्मे वार है सम्भावओ असब्भावओ वा आवस्सएत्ति ठवणा ठप्पति सेत्तं ठवणावस्सगं । से कि तं दध्वावस्सगं?, दब्वावस्सगं दुविह, तंजहा आगमओ य णोआगमओ य, आगमओ जस्स णं आवस्सएत्तिपदं सिक्खितं ठित इच्चादि, सिक्खितं नाम जं अंतं पत्तं, ठितं दणाम जं से ठितं हियये, जितं नाम जं मूले घेत्तण अग्गं पावेति, मितं णाम जं अक्सरेहि पदेहि सिलोगेहि मित-एत्तियाई ताई, परिजितं नाम जं मूलाओ अग्ग पावेति अग्गाओ य मूलं पावेति, णामसमं णाम जहा अप्पणो णामं एवं तंपि अज्झयणं, घोससम | उदत्तअनुदत्तस्वरितकंपितद्रुतविलंबितविश्लिष्टापेक्षस्वरनियत, उच्चरुदात्तं जहा उप्पनेति वा भूएत्ति वा, अणुदत्त उप्पन्नेति वा भूएति वा, सयाहारे उप्पनभ्यपरिणया, हीणक्खरे उदाहरण-दब्बे अगारीए पुत्तस्स ओसहं ऊर्ण दिर्त, भाये बिज्जाहरो, ॥ ७८॥ 'रायगिहे' गाहा० अच्चक्खर उदाहरणं-दब्वे तदेव अगारी, अहिए भावे 'जो जह बढ़ती' गाहा, अहवा-'चंदगुत्त' गाहा। दीप अनुक्रम ...अत्र उपोद्घात् नियुक्ति: आरभ्यते, ...आवश्यकस्य नामादि निक्षेपा: वर्णयते (84)
SR No.006203
Book TitleAagam 40 Aavashyak Choorni 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherDeepratnasagar
Publication Year2017
Total Pages624
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_aavashyak
File Size47 MB
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