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________________ आगम (४०) "आवश्यक'- मूलसूत्र-१ (नियुक्ति:+चूर्णि:) अध्ययनं , मूलं गाथा-], नियुक्ति: [७१८/७७८-७८६], भाष्यं [१२५-१४८] मुनि दीपरत्नसागरेण संकलिता...........आगमसूत्र - [४०], मूलसूत्र - [१] "आवश्यक नियुक्ति: एवं जिनभद्रगणि-रचिता चूर्णि:-1 प्रत HEISS श्री किया समण। निग्गथावो (मो)त्ति, ताहे अंबाडिता, खरेहिं मउएहि य मए तुम्मे संबोहणट्ठाए कतं, मुक्का खामिया य । एवं सामुच्छेआवश्यकततिओ गतो॥ नादिका चूर्णी सामिस्स दो बाससताणि वीसुत्तराणि सिद्धिं गतस्स तो चउत्थो उप्पण्यो । महिला नगरी, लच्छीघरं चेतिय, महागिरी य उपाद्घाताआयरिया, तत्थ तेसि सीसी कोडिण्णो, तस्सपि आसमित्तो सीसो, पुण अणुप्पवादे पुग्वे नेउणियावत्थु, तत्थ छिण्णच्छेदणयनियुक्ती | वत्तव्ययाए आलायओ, जथा- सव्वे पडिपुण्णसमयनेरयिया वोच्छिज्जिस्संति, एवं जाव वेमाणियत्ति, एवं तस्स तम्मि बिगिच्छा ॥४२२॥ | जाता, जथा- सव्वे संजता वोच्छिज्जिस्संति, एवं सब्वेसि समुच्छदो भविस्सति, ताहे तस्स थिरं चित्तं जातं, सो आयरिएहिं | भण्णति- एवं एगसमयवत्तम्बयं, मा एवं गेण्हाहि, सो णेच्छति, एवं सो णातूण निण्हउत्ति उम्पाडिओ, सो समुच्छेदणय वागरेंतो | हिंडति, जथा उ मुण्णो लोगो भविस्सति, एवं असम्भाबुब्भावणाए भावेंतो कंपेल्लपुर गतो। तत्थ खंडरक्खा णाम समणोबासगा, ते य सुंकपाला, तेहिं ते आगमितल्लता, तेहिं मारेउमारद्धा, ताहे ते भीता भणति- अम्हे सुतं जहा तुम्भे सडा, तहावि एत्तिए | संजते मारेह, ते भणंति-जे पन्चायगा ते वोच्छिण्णा, इमे अण्णे चोरा वा०, तुब्भे कि अच्छह , तुम्भ चेव सिद्धंतो, सामिस्स | पुण सिद्धतेण ण योच्छिज्जंति, जेण जथा वट्टमाणसमयनेरहया वोच्छिज्जंति एवं तत्थ अण्ण उववज्जिस्सति, तो कह संताणाBI विच्छेदे सति चोच्छेदं पण्णवेह, अण्णे भणात-तत्थ इमो आलावो जहा सब्वे पढमसमयनेरइया बोभिज्जतित्ति, एवं पंचगति-13 यापि, एत्थ सो वितिगिच्छितो खणिगतवत्तणता अहेतुगविमासबादं पणवेति, जथा-खणिमा पदस्था, पढमसमयिगा ॥२२॥ अच्चंतभेदो, एवं वितिसमयगादीणपि, मोग्गरादिकारणनिरवेक्खो य विणासा, जतो भूती व विणास हेतुत्ति, ताहे तदेव जाब दीप 545433 अनुक्रम सामुच्छेदिक: चतुर्थ-निह्नवस्य कथानकं (428)
SR No.006203
Book TitleAagam 40 Aavashyak Choorni 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherDeepratnasagar
Publication Year2017
Total Pages624
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_aavashyak
File Size47 MB
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