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आगम
(४०)
"आवश्यक'- मूलसूत्र-१ (नियुक्ति:+चूर्णि:)
अध्ययनं १, मूलं [- /गाथा-], नियुक्ति: -], भाष्यं ] मुनि दीपरत्नसागरेण संकलिता........आगमसूत्र - [४०], मूलसूत्र - [१] "आवश्यक नियुक्ति: एवं जिनभद्रगणि-रचिता चूर्णि:-1
प्रत
सत्राक
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MOOOOOOOOOOOOwoomawwwmomooooooooooom श्रीमद्गणधरगौतमस्वामिसंहब्ध-श्रुतकेवलिश्रीमदुभद्रबाहुस्वामिसूत्रितनियुक्तिचूर्णियुतं
श्रीमजिनदासगणिमहत्तरकृतयासूत्रा समेतं
श्रीमदावश्यकसूत्रं (पूर्वभागः)
प्रकाशिका-जामनगरवास्तव्य श्रेष्ठिधारशीभाइदेवराजस्य । सद्गतसुपुघलक्ष्मीचन्द्रस्यस्मरणार्थ तत्सुपुत्र चुन्नीलालेत्यनेन कृतेनार्थसाहाय्येन
श्रीऋषभदेवजी केशरीमलजी श्वेतांयरसंस्था रतलाम. मुद्रयिता-इन्दौर नगरे श्री जैनबन्धुमुद्रणालयाधिपः श्रेष्ठी जुहारमल मिश्रीलाल पालरेचा. प्रतयः २५० वीरसंवत् २४५४ विक्रमसंवत् १९८४ क्राइस्टसन् १९२८ ग्राहकाणां पण्यं ४-०-० ooooooooooooooooooocwOOOOOOOOOOOOOOOOOOOOoooooo
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अनुक्रम
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...आवश्यक-चूर्णे: मूल "टाइटल पेज"
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