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________________ शासन एवं प्रभुप्राज्ञा को जीव पूर्णतः समर्पित स्वपरक्ल्याण की उच्च भूमिका को भुनाने वाले अनेक महापुरुष जिन शासन-गगन में पंचम-पारा के विषम प्रभाव को भी धूमिल कर प्रकाशित हो गये हैं। ऐसे पवित्र नाम धेय अनेक महापुरुष विक्रम की बीसवीं सदी में अपर पूर्वाध को स्वयं की प्रतिभा एवं शासन प्रभावकताऐ अधिक तेजस्वी बनाने वाले पू. श्री झवेर सागर जी म. के जीवन एवं अदभुत व्यक्तित्व की पूर्ण अज्ञात रहस्यों को कठिन प्रयत्नों से संशोधनपूर्वक संग्रह प्रकट कर उन श्री के लोकोत्तर जीवन-चरित्र का आलेखन करने का विनम्र प्रयास देव गुरु कृपा से किया जा रहा है। सूत्र विवेकी पाठक इस जोवन-चरित्र को पढ़कर विचार कर महापुरुषों के लोकोत्तर शक्तियों का परिचय विशिष्ट रीति से ग्रहण करे इस उदार प्राशय से यह जीवन चरित्र का संक्षिप्त पालेखन किया है। महापुरुष की पहचान जीवन शक्तियों के प्रवाह को उर्ध्वगामो बनाने वाले महापुरुषों में जन्मजात दिखाते कतिपय विशिष्ट सद्गुणों का आकर्षण उनको जगत के सामने
SR No.006199
Book TitleSagar Ke Javaharat
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAbhaysagar
PublisherJain Shwetambar Murtipujak Sangh
Publication Year
Total Pages272
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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