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हैं। उन्हीं की कृपा से यह कार्य सम्पादित हो सका है । मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि आमुख लेखन हेतु आपने मुझे आज्ञादी | मुझे इस बात को प्रसन्नता है कि आज्ञा की अनुपालना में मुझे एक गीतार्थ, गण शणगार श्रमण, त्यागी, तपस्वी एवं संयमी मुनि श्री जवेर सागर जी महाराज सा. की जीवन गाथा को गहराई से अध्ययन करने का लाभ मिला है । मुझे पुर्ण आशा है आप सब भी इससे लाभान्वित होगे ।
निवेदक
जसवन्त लाल मेहता
अध्यक्ष
जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक श्री संघ
उदयपुर