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स्थूलभद्रगुणमालाचरित्र : सूरचन्द्र
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स्थूलभद्रगुणमाला का महत्त्व उसके वर्णनों तक सीमित है, किन्तु ये इसके लिए घातक भी बने हैं । कवि की संतुलनहीनता ने उसकी कवित्वशक्ति का गला घोंट दिया है। सूरचंद्र की काव्यप्रतिभा प्रशंसनीय है परंतु उसने अधिकतर उसका अनावश्यक क्षय किया है ।